BJP Strategy For 2024 Elections: यूपी में बीजेपी (BJP) से जुड़ी बड़ी खबर है. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने पिछले चुनाव में यूपी (UP) में हारी हुई 14 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए हैं. शनिवार को हुई बैठक में नामों पर चर्चा हुई. माना जा रहा है कि अगले हफ्ते इन नामों का ऐलान हो सकता है. बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी गाजीपुर, घोसी, नगीना, सहारनपुर, बिजनौर और अमरोहा हारी थी. वहीं, श्रावस्ती, अंबेडकरनगर, लालगंज, जौनपुर, मैनपुरी, मुरादाबाद, संभल और रायबरेली सीट भी बीजेपी के हाथ से निकल गई थी. आइए जानते हैं कि इन 14 सीटों पर बीजेपी कितने वोटों के अंतर से हारी थी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पश्चिमी यूपी में कितने वोटों से हारी बीजेपी?


बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव में सहारनपुर सीट BSP 22,000 वोटों से जीती थी. वहीं, बिजनौर सीट पर BSP 70,000 वोटों से जीत पाई थी. इसके अलावा, नगीना सीट पर BSP 1,66,000 वोटों के अंतर से जीती थी. वहीं, मुरादाबाद सीट पर सपा 98,000 वोटों से जीती थी. रामपुर में सपा 1,10,000 वोटों से जीती थी. हालांकि, बाद में उपचुनाव में BJP जीती थी.


मैनपुरी में बीजेपी कितने वोटों के अंतर से हारी?


संभल सीट पर SP 1,74,000 वोटों से जीती थी. वहीं, अमरोहा में BSP ने 63,000 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. मैनपुरी में SP 94,000 वोटों से जीत पाई थी. रायबरेली सीट पर कांग्रेस 1,67,000 वोटों से जीती थी. वहीं, अंबेडकरनगर में BSP 95,880 वोटों से जीती थी. श्रावस्ती में BSP ने 5000 वोटों से जीत हासिल की थी. वहीं, लालगंज सीट पर BSP को 1,61,000 वोटों से जीत मिली थी.


आजमगढ़-घोसी में कितने वोटों से हारी बीजेपी?


इसके अलावा, आजमगढ़ में SP 2,60,000 वोटों के अंतर से जीती थी. हालांकि, उपचुनाव में यहां BJP की जीत हुई थी. वहीं, घोसी में BSP को 1,22,000 वोटों से जीत मिली. जौनपुर में BSP 80,000 वोटों से जीती. वहीं, गाजीपुर में BSP 1,19,000 वोटों से जीत हासिल कर पाई.


स्पेशल '14' पर बीजेपी की नजर


गौरतलब है कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को यूपी की रणनीति पर मंथन किया. अमित शाह और सीएम योगी के साथ जेपी नड्डा ने तैयारियों की समीक्षा की. सूत्रों के मुताबिक, पिछले लोकसभा चुनाव में हारी 14 सीटों पर मंथन किया गया. रायबरेली और मैनपुरी जीतने के लिए खास रणनीति तैयार की गई है.


बीजेपी ने रखा पूरा यूपी जीतने का टारगेट


यूपी में बीजेपी पिछले दोनों लोकसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा रहा था लेकिन 370 के लक्ष्य को पाने के लिए बीजेपी ने यूपी में 80 में से 80 का मिशन रखा है और इसलिए हर सीट के सोशल समीकरण से लेकर हर फैक्टर को कसौटी पर परखा जा रहा है.


2024 में बीजेपी के सामने राहुल और अखिलेश की जोड़ी सबसे बड़ी चुनौती है. अखिलेश यादव इस बार पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक यानी PDA  का फॉर्मूला उछाल रहे हैं तो जवाब में बीजेपी ने एक कदम आगे बढ़ते हुए दलित संपर्क अभियान का शंखनाद कर दिया है.