375, 384, 400... क्या इतने कैंडिडेट होने पर EVM से मुश्किल हो जाएगा लोकसभा चुनाव?
Lok Sabha Election Quiz: EVM को लेकर अक्सर सवाल उठते रहते हैं लेकिन कांग्रेस के दो पूर्व सीएम के एक दावे ने लोगों के दिमाग में एक सवाल पैदा कर दिया है. वैसे तो यह परिस्थिति मुश्किल है लेकिन उन्होंने कह दिया है कि अगर 400 कैंडिडेट्स किसी लोकसभा सीट पर खड़े हो गए तो चुनाव आयोग को इलेक्शन बैलट पेपर से कराना होगा. इस दावे में कितनी सच्चाई है.
EVM News: अधूरी हसरतों का इल्जाम हर बार हम पर लगाना ठीक नहीं. वफा खुद से नहीं होती, खता ईवीएम की कहते हो... लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इन पंक्तियों में सब कुछ कह दिया था. हालांकि चुनावी रैलियों में कांग्रेस के नेता ईवीएम को लगातार टारगेट कर रहे हैं. पिछले दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कह दिया, 'राजा की आत्मा EVM में है.' छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व सीएम भूपेश बघेल एक कदम आगे चले गए. उन्होंने अपना फॉर्मूला निकालते हुए कह दिया कि अगर 375 से ज्यादा कैंडिडेट एक सीट पर होंगे तो चुनाव ईवीएम से नहीं बैलट पेपर से होगा. लोगों के मन में एक सवाल है कि ये 375 कैंडिडेट वाली बात क्या है? और ईवीएम में कितने कैंडिडेट का नाम दर्ज हो सकता है? ईवीएम से जुड़ी सारी शंकाएं दूर कर लीजिए.
सवाल- ईवीएम पर अधिकतम कितने कैंडिडेट के लिए वोटिंग की व्यवस्था की जा सकती है?
जवाब- साल 2006-10 के दौरान इस्तेमाल हुए एम2 ईवीएम में अधिकतम 64 उम्मीदवारों के लिए व्यवस्था थी. इसमें नोटा भी शामिल था. दरअसल, एक बैलटिंग यूनिट में 16 कैंडिडेट का प्रावधान होता है तो 4 बैलटिंग यूनिट को कनेक्ट कर ऐसा किया जा सकता था. हालांकि 2013 के बाद एम3 EVM में अब 24 बैलटिंग यूनिट को कनेक्ट कर अधिकतम 384 उम्मीदवारों के लिए वोटिंग की व्यवस्था की जा सकती है.
सवाल- अगर किसी निर्वाचन क्षेत्र में 384 से ज्यादा कैंडिडेट चुनाव लड़ते हैं तो क्या होगा?
जवाब- चुनाव आयोग की कई वेबसाइटों पर FAQ में इस सवाल का जवाब साफ-साफ लिखा है. अगर, किसी सीट पर कैंडिडेट 384 से ज्यादा होते हैं तो वोटिंग के पारंपरिक तरीके का इस्तेमाल किया जाएगा यानी बैलट बॉक्स और बैलट पेपर को अपनाया जाएगा.
भूपेश बघेल की तरह एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी 400 लोगों के नामांकन पत्र दाखिल करने की बात करने लगे तो एमपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन का बयान सामने आया. उन्होंने कहा कि 384 तक उम्मीदवार होने की स्थिति में ईवीएम से ही मतदान होगा. इससे अधिक उम्मीदवार होने का प्रश्न वैसे तो काल्पनिक है लेकिन ऐसी स्थिति बनती है तो चुनाव आयोग इसका फैसला करेगा.
यहां 6 नंबर का सवाल-जवाब देखिए
सवाल- ईवीएम में 16 कैंडिडेट का प्रावधान है. अगर किसी निर्वाचन क्षेत्र में केवल 10 कैंडिडेट्स हैं लेकिन वोटर 11 से 16 नंबर की बटन प्रेस करते हैं तो क्या होगा?
जवाब- अगर लोकसभा सीट पर 10 उम्मीदवार हैं तो सीरियल नंबर 11 से 16 तक के बटन पर रिटर्निंग ऑफिसर मास्क लगा देंगे. ऐसे में 11 से 16 नंबर की बटन प्रेस करने का सवाल ही नहीं है.
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