PM Narendra Modi: लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की रेस में दौड़ रहे नरेंद्र मोदी किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. 2014 और 2019 में बीजेपी उनकी अगुआई में प्रचंड बहुमत से सरकार बना चुकी है और इस बार भी बीजेपी को मोदी 3.0 की आस है. बीजेपी ने इसके लिए 400 पार का नारा तक दे डाला है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस में एक कार्यकर्ता से लेकर प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचने का उनका सफर बेहद दिलचस्प है. 


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8 साल की उम्र में RSS से परिचय


गुजरात के वडनगर में जन्मे नरेंद्र मोदी ने इसी जगह से माध्यमिक शिक्षा पूरी की. 8 साल की उम्र में उनका RSS से परिचय हुआ. कहा जाता है कि पीएम मोदी ने अपने पिता के साथ वडनगर रेलवे स्टेशन पर चाय भी बेची. जब 18 साल की उम्र आई तो उनकी शादी जशोदाबेन से हुई लेकिन वह अलग हो गए. साल 1971 में पीएम मोदी पूरी तरह आरएसएस से जुड़ गए. साल 1985 में संघ ने उनको बीजेपी में भेजा और विभिन्न पदों पर काम करते हुए वह महासचिव तक बन गए.


साल 2001 में बीजेपी ने नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री बनाया. वह विधानसभा के लिए भी चुने गए. सत्ता संभालने के एक ही साल बाद गुजरात में दंगे भड़क गए और उनकी सरकार विरोधियों के निशाने पर आ गई. उन पर दंगों को रोकने में विफल रहने तक के आरोप लगे. लेकिन साल 2012 में सुप्रीम कोर्ट की नियुक्त की गई एसआईटी की जांच में उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला. हालांकि मुख्यमंत्री के तौर पर उनकी विकास नीतियों की तारीफ भी की गई. 


2014-2019 में मिला बंपर बहुमत


वक्त के साथ सत्ता और संगठन दोनों में नरेंद्र मोदी की पकड़ मजबूत होती गई. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उनकी अगुआई में बीजेपी को बंपर बहुमत मिला. साल 1984 के बाद यह पहला मौका था, जब किसी पार्टी ने बहुमत पाया हो. पीएम मोदी 2014 और 2109 में वाराणसी से चुनाव लड़े और भारी बहुमत से जीते. इस बार भी वह वाराणसी से ही मैदान में उतरेंगे. 


उठाए कई ऐतिहासिक कदम


अपने अब तक के 10 साल के कार्यकाल में पीएम मोदी ने कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं. जैसे पीओके में आतंकियों पर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक. कश्मीर से धारा 370 को हटाना, अयोध्या में राम मंदिर. इसके अलावा कोविड-19 में उनके उठाए गए कदमों और वैक्सीन प्रबंधन के कारण भारत काफी हद तक इस महामारी से बच पाया. आयुष्मान भारत, पीएम आवास योजना, किसान सम्मान निधि, उज्ज्वला योजना ने महिलाओं और किसानों के बीच उनको और पॉपुलर किया है.


17 सितंबर 1950 को पैदा हुए पीएम मोदी  की विदेश नीति की दुनिया के कई देशों ने तारीफ की है. उनको विभिन्न देशों के सर्वोच्च सम्मान भी मिल चुके हैं. सोशल मीडिया पर भी पीएम मोदी बेहद एक्टिव रहते हैं. उनको फॉलोअर्स की तादाद करोड़ों में हैं. 


डिस्क्लेमर: लीडर्स सोशल स्कोर (LSS) मशीन लर्निंग पर आधारित है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े 55 से ज्यादा पैरामीटर्स के आधार पर इसे निकाला गया है.