PM Modi Congress Muslims: जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आरक्षण और मुसलमानों का जिक्र कर कांग्रेस पर तीखे हमले कर रहे हैं, विरोधी इसे लोकसभा चुनाव में ध्रुवीकरण की कोशिश बता रहे हैं. हालांकि पीएम मोदी ने इसे सिरे से नकारते हुए कहा है कि धर्म के आधार पर आरक्षण देने के लिए कांग्रेस ने कानून लाकर संविधान का उल्लंघन किया और यह बताना ध्रुवीकरण नहीं है. दूसरे चरण के मतदान के बाद 'टाइम्स ऑफ इंडिया' को दिए इंटरव्यू में वह पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को लेकर दिए अपने बयान पर कायम हैं. उन्होंने कहा कि वास्तव में मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है.


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पीएम मोदी ने यह घोषणा भी की है कि वह समान नागरिक संहिता लागू करने को लेकर भाजपा की प्रतिबद्धता पर दृढ़ हैं. उन्होंने कहा, 'यह साफ है कि समुदायों के लिए अलग कानून समाज के लिए हानिकारक हैं. हम ऐसा देश नहीं हो सकते जहां एक समुदाय संविधान के समर्थन से आगे बढ़ रहा है तो दूसरा समुदाय तुष्टिकरण के चलते एक ही दौर में फंसकर रह गया है.'


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उन्होंने कहा कि हम भारत में UCC को हकीकत बनाने के लिए हरसंभव कोशिश करेंगे. उन्होंने 'एक देश-एक चुनाव' की योजना पर भी आगे बढ़ने का संकल्प दोहराया. 


पीएम मोदी ने लगातार तीसरा कार्यकाल मिलने का भरोसा व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि वह 400 से ज्यादा सीटें जीतने का प्रयास कर रहे हैं जिससे एससी/एसटी, ओबीसी आरक्षण और उनके अधिकारों को छीनकर अपने वोट बैंक को देने के विपक्षी दलों के नापाक मंसूबों को नाकाम कर सकें. 


विपक्ष के लिए वोट बैंक को खुश करने का तरीका


पीएम ने धन और विरासत कर जैसे उपायों के माध्यम से पुनर्वितरण की सोच को भी खतरनाक माना. उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि ये किसी भी तरह से समाधान है. ये वास्तव में समाधान के रूप में दिखने वाली खतरनाक समस्याएं हैं. अगर सरकार आखिर में पुनर्वितरण के नाम पर आपका पैसा छीन लेगी तो आप क्या दिन-रात काम करेंगे?' उन्होंने कहा कि इस तरह के आइडिया स्टार्ट-अप क्रांति को खत्म कर देंगे और यह केवल विपक्ष के लिए अपने वोट बैंक को खुश करने का एक तरीका है. 


मुस्लिम संपत्ति सेफ है? 


उन्होंने आगे कहा कि इन विचारों से सांप्रदायिक नफरत पैदा होने का खतरा है. पीएम ने कहा कि हमारा संविधान सभी अल्पसंख्यकों की संपत्ति की रक्षा करता है. इसका मतलब है कि जब कांग्रेस पुनर्वितरण की बात करती है तो वह अल्पसंख्यकों की संपत्तियों को नहीं छू सकती है, वह वितरण के लिए वक्फ संपत्तियों पर विचार नहीं कर सकती है, लेकिन दूसरे समुदायों की संपत्तियों पर उसकी नजर रहेगी. 


लोगों की संपत्ति कs आकलन के लिए सर्वे करने के राहुल गांधी के प्रस्ताव को उन्होंने माओवादी सोच और 'आपदा का नुस्खा' करार दिया. उन्होंने कहा कि यह हर घर छापा मारने की तरफ लेकर जाएगा. 


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विपक्ष आरोप लगा रहा है कि अगर बीजेपी को जनादेश मिला तो वह संविधान को बदल देगी, मोदी ने कहा, 'यह विडंबना है कि जिन लोगों ने संविधान को सबसे अधिक बार बदला है, वे कह रहे हैं कि हम संविधान को बदल देंगे. इस तरह का सवाल पूछने से पहले आपको मेरे ट्रैक रिकॉर्ड का विश्लेषण करना चाहिए.'


मिशन साउथ पर भरोसा व्यक्त करते हुए मोदी ने कहा कि विपक्षी दलों ने अपनी नाकामियों से ध्यान हटाने के लिए भेदभाव का झूठा मुद्दा उठाया है. विदेश नीति के बारे में उन्होंने कहा कि भारत को अपने राष्ट्रीय हितों को आगे बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय  नियमों को न मानने वाले के रूप में देखा जा रहा है. पीएम ने कहा कि क्या हमारी विदेश नीति का लक्ष्य हमारे राष्ट्रीय हितों को आगे बढ़ाना नहीं होना चाहिए? उन्होंने कहा कि विदेश नीति के प्रति हमारा दृष्टिकोण राष्ट्र प्रथम है.