PM Modi in Barmer: लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार अपने चरम पर हैं. इसी कड़ी में इस चुनाव में पहली बार परमाणु बम भी गूंज गया है. असल में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया है कि I.N.D.I.A. गठबंधन भारत के परमाणु हथियारों को खत्म करना चाहता है. राजस्थान के बाड़मेर से यह दावा किया. उन्होंने कहा कि भारत के खिलाफ इंडिया गठबंधन वाले कितनी नफरत से भरे हुए हैं, ये इनके घोषणा पत्र में नजर आता है. कांग्रेस के घोषणा पत्र में बंटवारे की गुनहगार मुस्लिम लीग की छाप नजर आती है. अब इस इंडिया गठबंधन में शामिल एक और दल ने देश के खिलाफ बहुत खतरनाक ऐलान किया है. उन्होंने अपने घोषणा पत्र में लिखा है कि हम भारत के परमाणु हथियार नष्ट कर देंगे.


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पीएम मोदी ने कहा कि I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल वो कौन सा दल है दोस्तों, जिसके घोषणा पत्र में भारत के परमाणु हथियार नष्ट करने की बात कही गई है...जैसा पीएम ने कहा है. आखिर हमारे देश की कौन सी पार्टी है जिसे भारत के परमाणु बम से नफरत है. ये वामपंथी दल CPI-M का मेनिफेस्टो है. साल 2024 के चुनाव में CPI(M) के इस घोषणा पत्र में साफ-साफ लिखा है कि उनकी सरकार आने पर भारत के सभी परमाणु हथियार खत्म कर दिये जाएंगे. मतलब हमारे देश की एक पार्टी...हमारे देश के परमाणु हथियारों को खत्म करना चाहती है.  CPI(M) के घोषणा-पत्र में कैसे 'चीन की छाप' नजर आ रही है.


CPI-M के घोषणापत्र में चार बड़ी बातें... 
पहली बड़ी बात-
भारत के सभी परमाणु हथियार खत्म कर दिये जाएंगे. 
दूसरी बड़ी बात- QUAD और I2U2 के साथ-साथ अमेरिका से हुए रक्षा समझौतों से भारत को बाहर निकाला जाएगा. QUAD में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान जैसे देश शामिल हैं जबकि I2U2 में भारत और अमेरिका के अलावा इजरायल और UAE भी शामिल है. खास बात ये है कि इस संगठन से चीन को तकलीफ होती है.
तीसरी बड़ी बात- हमारे इलाके से सभी विदेशी मिलिट्री बेस हटा दिये जाएंगे. इसमें हिंद महासागर में मौजूद अमेरिकी बेस डियेगो गार्सिया का जिक्र किया गया है. इस इलाके में अमेरिका की मौजूदगी...चीन को काउंटर करने के लिए जरूरी है. 
चौथी बड़ी बात- भारत के सैन्य बेस पर किसी दूसरे देश की सेना को आने की इजाजत नहीं मिलेगी जो किसी वॉर या सैन्य संघर्ष में शामिल है. यानी सीधा इशारा- रूस और इजरायल के लिए है. 


घोषणा पत्र कैसे हो सकता है?
पीएम ने कहा कि इस घोषणापत्र को देखने के बाद मुझे लग रहा है कि ये भारत की किसी पार्टी का घोषणा पत्र कैसे हो सकता है...क्योंकि ऐसी मंशा तो देश के दुश्मन रखते हैं. क्या ये घोषणा पत्र चीन को खुश करने के लिए बनाया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये सवाल पूछा कि आखिर इस तरह का घोषणा पत्र किसके इशारे पर तैयार हुआ.


'भारत को शक्तिहीन करना चाहता है'
उन्होंने कहा कि भारत जैसा देश, जिसके दोनों तरफ पड़ोसियों के पास परमाणु हथियार हो, क्या उस देश में परमाणु हथियार समाप्त करना, इसकी सोच ये समाप्त करना चाहता है इंडिया गठबंधन. मैं कांग्रेस से पूछता चाहता हूं कि आपके ये साथी किसके इशारे पर काम कर रहे हैं, ये कैसा गठबंधन है जो भारत को शक्तिहीन करना चाहता है. आखिर किसके दबाव में आपका गठबंधन हमारी परमाणु ताकत को खत्म करना चाहता है. एक तरफ मोदी भारत को शक्तिशाली बना रहा है, वहीं इंडिया गठबंधन वाले भारत को कमजोर देश बनाने का एलान कर रहे हैं.


भारत- एक परमाणु शक्ति
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 11 मई 1998 को पोखरण में परमाणु परीक्षण करके पूरी दुनिया को अपनी शक्ति का ट्रेलर दिखाया था. उस मिशन का नाम ही ऑपरेशन शक्ति था. तब से लेकर अब तक भारत परमाणु के क्षेत्र में बहुत बड़ी शक्ति बन चुका है. क्या-क्या कर सकते हैं हम...ये आज आपको देखना चाहिए और अपने देश पर...अपने भारतीय होने पर गर्व करना चाहिए दोस्तों. उन्होंने कहा कि मैं वामपंथी नेताओं को भी ये बताना चाहता हूं कि आज की तारीख में भारत जल-थल-वायु तीनों जगहों से दुश्मन देशों पर परमाणु हमला कर सकता है. 


लेकिन भारत की नीति ये है कि हम पहले वार नहीं करते. 
-हमारे पास रफाल-सुखोई-मिराज जैसे परमाणु से लैस फाइटर जेट हैं. जो दुश्मन के किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब दे सकते हैं.  
- हमारे पास अग्नि-5 मिसाइल है, जिससे एक साथ कई परमाणु बम गिराये जा सकते हैं. इसलिए हमारी ताकत को कोई कम करके नहीं आंक सकता.
 - भारत के पास ब्रह्मोस जैसी दुनिया की सबसे तेज एंटी शिप क्रूज मिसाइल है...जिसके सामने दुश्मनों की बड़ी-बड़ी मिसाइलें हांफने लगेंगी.
- सिर्फ हमला करने में ही हम सक्षम नहीं हैं...हमला रोकने में भी हमारा कोई जवाब नहीं है. भारत के पास S-400 डिफेंस सिस्टम
भी है जो परमाणु मिसाइल हमला रोकने में सक्षम है. 


यानी हमारे देश पर अगर दुश्मन परमाणु मिसाइल से हमला करता है तो उसे हम रास्ते में ही तबाह कर सकते हैं. और आप हमारी इस ताकत को खत्म करने की बात कर रहे हैं. ये सोच चीन और पाकिस्तान में तो चलेगी लेकिन भारत में रहकर ऐसी देशविरोधी सोच नहीं चलने वाली.


परमाणु संपन्न रहना इसलिए जरूरी है.
भारत का परमाणु संपन्न रहना इसलिए जरूरी है क्योंकि हमारे दो पड़ोसी ऐसे हैं जिनके पास परमाणु हथियार हैं. चीन और पाकिस्तान...दोनों देश लगातार चोरी-छिपे परमाणु बम का स्टॉक बढ़ा रहे हैं. और ये दोनों देश भारत को पसंद नहीं करते. ये भारत का हित नहीं चाहते...दोनों देशों के साथ भारत युद्ध लड़ चुका है. इसलिए खतरा बड़ा है और भारत का परमाणु संपन्न रहना जरूरी है.


जब बात परमाणु और चीन पाकिस्तान की चल ही रही है तो आपको पाकिस्तान के लिए मोदी सरकार के नये ऑफर के बारे में बताना चाहता हूं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को ऑफर दिया है कि अगर आपसे आतंकवाद खत्म नहीं हो पा रहा तो भारत आपकी मदद करने के लिए तैयार है. और पिछले कई दिनों से पीएम मोदी समेत बीजेपी के बड़े-बड़े नेता पाकिस्तान को उसकी हैसियत दिखा रहे हैं. 


भारत का परमाणु संपन्न रहना इसलिए जरूरी है...
भारत          चीन              पाकिस्तान
164         410                 170   
(सोर्स- SIPRI 2023)