Rohtak Lok Sabha Election 2024: भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ रोहतक में कौन मारेगा बाजी? BJP कैंडिडेट को लेकर इस एक्टर के नाम की चर्चा
Rohtak Lok Sabha Chunav 2024 News: हरियाणा की रोहतक सीट पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ मानी जाती है. यहां से उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा भी सांसद रह चुके हैं. बीजेपी-कांग्रेस दोनों ने पत्ते नहीं खोले हैं. लेकिन माना जा रहा है कि पार्टी इस सीट से कोई चौकाने वाला नाम उतार सकती है.
Rohtak Lok Sabha Election 2024: 2024 के लोकसभा चुनावों में ताऊ देवीलाल की कर्मभूमि रोहतक से कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और बीजेपी से 2019 में जीते अरविंद शर्मा के बीच कांटे की टक्कर है. 1989 में ताऊ देवीलाल रोहतक से जीतकर उप प्रधानमंत्री बने थे. यहां इनेलो का जनाधार रहा है. रोहतक जिले में आने वाली विधानसभा सीटों पर इनेलो नेताओं का वोट प्रतिशत और स्ट्राइक रेट ठीक-ठाक रहा है. इनेलो (INLD) यहां पूर्व अध्यक्ष नफे सिंह राठी के परिवार से किसी को टिकट दे सकती है. हरियाणा में बीजेपी (BJP) 2019 के चुनावी नतीजे दोहराने के लिए हर सीट पर सोच समझकर कैंडिडेट खड़े कर रही है.
रोहतक लोकसभा चुनाव 2024 रिजल्ट
हरियाणा में लोकसभा चुनाव के 25 मई को मतदान हुआ था. 4 जून को नतीजे आएंगे.
रोहतक लोकसभा सीट की जानकारी
यहां बात हुड्डा फैमिली की गढ़ रोहतक की तो हरियाणा की रोहतक लोकसभा सीट पहली बार 1952 में अस्तित्व में आई थी. कांग्रेस ने इस सीट पर 10 बार जीत हासिल की और बीजेपी को मात्र एक बार वो भी 2019 में जीत मिली. मौजूदा सांसद बीजेपी के अरविंद कुमार शर्मा हैं. जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा जो खुद यहां से सांसदी जीत चुके थे, उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा को सियासी दांव से चित कर दिया. हालांकि अरविंद शर्मा की जीत का मार्जिन 7503 वोट का था. रोहतक लोकसभा सीट पर करीब 16,5000 लाख मतदाता हैं. इनमें से 8,76,216 लाख पुरुष मतदाता हैं जबकि 7,62,382 महिला मतदाता हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में 12,20,571 मतदाताओं ने मतदान किया था. यानी 74% मतदान के बावजूद मामला एकतरफा नहीं हुआ था.
रोहतक लोकसभा सीट के अंदर कितनी विधानसभाएं हैं?
रोहतक लोकसभा सीट में तीन जिलों की करीब 9 विधानसभाएं आती हैं. इनमें रोहतक जिले की महम, गढ़ी सांपला-किलोई, रोहतक और कलानौर विधानसभा तो झज्झर जिले की बहादुरगढ़, बादली, झज्झर और बेरी के अलावा रेवाड़ी जिले की कोसली विधानसभा आती है.
रोहतक लोकसभा सीट का चुनावी इतिहास : कब किस पार्टी से कौन रहा सांसद
साल | विजेता | पार्टी |
1952 | रणबीर सिंह हुड्डा | कांग्रेस |
1957 | रणबीर सिंह हुड्डा | कांग्रेस |
1962 | लहरी सिंह | भारतीय जनसंघ |
1967 | चौधरी रणधीर सिंह | कांग्रेस |
1971 | एमएस मलिक | भारतीय जनसंघ |
1977 | शेर सिंह | जनता पार्टी |
1980 | इंद्रवेश स्वामी | जनता पार्टी (सेकुलर) |
1984 | हरद्वारीलाल | कांग्रेस |
1987 उपचुनाव | हरद्वारीलाल | जनता दल |
1989 | चौधरी देवीलाल | जनता दल |
1991 | चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा | कांग्रेस |
1996 | चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा | कांग्रेस |
1998 | चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा | कांग्रेस |
1999 | इंद्र सिंह | इनेलो |
2004 | चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा | कांग्रेस |
2005 | दीपेंद्र हुड्डा | कांग्रेस |
2009 | दीपेंद्र हुड्डा | कांग्रेस |
2014 | दीपेंद्र हुड्डा | कांग्रेस |
2019 | अरविंद शर्मा | बीजेपी |
Rohtak Lok Sabha Chunav 2024 : रोहतक लोकसभा सीट पर किनके बीच मुकाबला है
ऐसे में बीजेपी ने इस बार रोहतक सीट को नाक का सवाल बना लिया है. यही वजह है कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व व RSS के नेताओं के बीच मंथन हुआ है. बता दें कि रोहतक से बीजेपी रणदीप हुड्डा को उतारने की तैयारी में भी है. हालांकि अभी रोहतक से बीजेपी कैंडिडेट का ऐलान होना बाकी है. ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार भी रोहतक में बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही प्रमुख मुकाबला होगा. कांग्रेस पार्टी के पूर्व सांसद दीपेंद्र हुड्डा, राहुल गांधी के बेहद करीबी हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि रोहतक से कांग्रेस का टिकट दीपेंद्र हुड्डा को मिलना लगभग तय है. अभी जजपा और इनेलो ने भी कैंडिडेट का ऐलान नहीं किया है.
रोहतक दिल्ली से करीब 60 किलोमीटर दूर है. माना जाता है कि इस शहर की स्थापना पंवार राजपूत राजा रोहतास द्वारा की गई थी. रोहतक जिला जींद, सोनीपत, भिवानी, झज्जर, हिसार और बहादुरगढ़ से घिरा है. रोहतक को हरियाणा की एजुकेश सिटी के नाम से भी जाना जाता है. मेडिकल कॉलेज होने के साथ यहां महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी, जीबी आयुर्वेदिक कॉलेज, मस्तनाथ महाविद्यालय जैसी नामी शिक्षण संस्थाएं हैं.