Maharashtra Election Congress Guarantees: महाराष्ट्र चुनाव के लिए कांग्रेस ने पांच प्रमुख गारंटी की घोषणा की है. जिनमें महिलाओं और किसानों को खास लाभ दिया गया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे पार्टी के घोषणा पत्र का हिस्सा बताते हुए जनता को संबोधित किया. शिवसेना (यूबीटी) ने भी अपनी ओर से कुछ गारंटी का ऐलान किया है, जिसमें राज्य की जनता को आर्थिक राहत देने का वादा किया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

महिलाओं के लिए 'महालक्ष्मी योजना' का ऐलान


कांग्रेस ने महिलाओं के लिए 'महालक्ष्मी योजना' का ऐलान किया. जिसके तहत हर महीने 3,000 रुपये की सहायता दी जाएगी और महिलाओं और लड़कियों के लिए बस यात्रा मुफ्त होगी. किसानों को राहत देने के लिए कांग्रेस ने 3 लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने और समय पर कर्ज चुकाने वाले किसानों को 50,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की गारंटी दी है.



बेरोजगार युवाओं को हर महीने 4,000 रुपये


तीसरी गारंटी में राज्य में जातिगत जनगणना कराने और 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा हटाने का वादा किया गया है. जिससे सामाजिक न्याय के प्रयास किए जा सकें. चौथी गारंटी के तहत 25 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा और मुफ्त दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार किया जा सके. पांचवी गारंटी में बेरोजगार युवाओं को हर महीने 4,000 रुपये की सहायता देने का वादा किया गया है.


राहुल गांधी ने भाजपा पर साधा निशाना


राहुल गांधी ने मुंबई में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि यह एक वैचारिक लड़ाई है. उन्होंने बीजेपी और आरएसएस पर संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया और महंगाई और बेरोजगारी के लिए भी सरकार को जिम्मेदार ठहराया.


शिवसेना (यूबीटी) की गारंटी


कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) ने भी अपनी ओर से पांच गारंटी की घोषणा की है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार आने पर सरकारी स्कूलों में लड़कों को भी मुफ्त शिक्षा मिलेगी. इसके अलावा, पांच जरूरी वस्तुओं (दाल, तेल, चीनी और चावल) की कीमतें स्थिर रखी जाएंगी. ठाकरे ने किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) देने का वादा किया और साथ ही शिवाजी महाराज की प्रतिमाएं राज्य के सभी जिलों में बनाने का भी संकल्प लिया.


महाराष्ट्र चुनाव


महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे और नतीजे 23 नवंबर को आएंगे. कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी सहित महाविकास अघाड़ी के मुख्य दल मिलकर अन्य छोटे दलों के लिए सीटों का बंटवारा करने का प्रयास कर रहे हैं.