Popular Korean Dramas In India: बीते कुछ साल में इंडिया में ओटीटी की लोकप्रियता के साथ जिस कंटेंट ने युवाओं को आकर्षित किया है, वह हैं के-ड्रामा यानी कोरियन कंटेंट. खास तौर पर किशोर उम्र के दर्शकों को यह ड्रामा खूब पसंद आते हैं. बीते साल की बात करें तो होमटाउन चा चा चा, हॉस्पिटल प्ले लिस्ट, 100 डेज माई प्रिंस, विनसेंजो, इटैवन क्लास, लव फीचरिंग मैरिज एंड डायवोर्स, मिस्टर क्वीन, स्ट्रांग गर्ल बांग-सून, द हैयर्स ओटीटी प्लेटफॉर्मों पर खूब देखे गए. लेकिन जानकारों की मानें तो इन कोरियन ड्रामा की कुछ मुश्किलें भी हैं, जो लगातार इन्हें देखने वालों को कई बार परेशान करती हैं.


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जैसे ये नशा है
वास्तव में ज्यादातर के-ड्रामा रॉमकाम होते हैं. इसके अलावा प्योर रोमांटिक, मिस्ट्री, फैमेली, कॉलेज और म्यूजिक भी इन कहानियों का अहम हिस्सा होते हैं. लेकिन अगर आप इन्हें लगातार देखते हैं, के-ड्रामा को फॉलो करते हैं तो इनकी सीमाएं नजर आने लगती हैं. यही सीमाएं इनकी कमियां भी हैं. के-ड्रामा को लगातार फॉलो करने वाले बताते हैं कि दर्शकों पर ये सीरीज कई बार नशे की तरह असर करती हैं. इसकी वजह इनकी कहानियां या निर्देशन नहीं होता, बल्कि ये सीरीज अपने किरदारों को एक खास इमेज में दिखाती हैं. जो पसंद आने पर देखने वाले पर गहरा असर करती है. जानकार इसकी एक ठोस वजह बताते हैं.


सिर्फ ब्यूटी का प्रमोशन
जानकारों कोरियर एंटरटनमेंट इंडस्ट्री पर आरोप लगाते हैं कि ये ऐसी कहानियों को प्रमोट करती है, जो वास्तव में फेंटेसी होती हैं. जिनका हकीकत की दुनिया से कम ही नाता होता है. यह बातें किशोर और युवा मन को बहुत अच्छी लगती हैं. कई बार के-ड्रामा की दुनिया में सच्चाई और फेंटेसी का मिक्स हो जाता है. लेकिन खास बात यह कि कोरियन ड्रामा अपनी कहानी में पुराने फैशन वाले सच्चे प्यार को केंद्र में रखते हैं. एक अन्य बड़ा आरोप जो के-ड्रामा पर लगता है, वह यह है कि यह सिर्फ सुंदर चेहरों को प्रमोट करता है. इन ड्रामा में सारा जोर किरदारों को खूबसूरत और आकर्षक बनाने पर रहता है. उनके एक्टिंग परफॉरमेंस कई बार पीछे रह जाते हैं. युवा पीढ़ी खूबसूरत और चमकदार चीजों के पीछे भागती है और के-ड्रामा इसका फायदा उठाते हैं.


सबके लिए नहीं
के-ड्रामा भले ही बहुत लोकप्रिय हैं, लेकिन ये हर किसी के लिए नहीं हैं. एक तो यह खास तौर पर किशोरवय के लड़के-लड़कियों पर सबसे ज्याद फोकस करते हैं. ज्यादा से ज्यादा 20 वर्ष की आयु तक इनका असर सबसे ज्यादा देखा गया है. जबकि 30 से 50 साल के लोगों के बीच इनका असर खास नहीं है. हां, अगर कोई इनका आदि हो जाए तो अलग बात है. विश्व बाजार में के-ड्रामा ने ब्यूटी के मापदंड ऐसे बना दिए हैं कि दुनिया सोचती है एशिया में कोरियाई पुरुष सबसे खूबसूरत होते हैं. के-ड्रामा की सबसे बड़ी अड़चन वैसे इसकी भाषा है. कोरियन भाषा अगर आपको नहीं आती तो आप इनका सही मजा नहीं ले सकते. यही वजह है कि इन दिनों किशोरों में कोरियन भाषा को लेकर जबर्दस्त क्रेज देखा जा रहा है.