Manoj Bajpayee Films: मनोज बाजपेयी के मुकुट में एक और उपलब्धि जुड़ गई है. उन्हें डरबन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. यह पहा मौका है, जब किसी भारतीय को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है. जी5 ओरिजिनल (Zee5 Original) फिल्म ‘जोराम’ (Film Joram) के लिए मनोज बाजपेयी को यह पुरस्कार मिला है. यह फिल्म फेस्टिवल में प्रतिस्पर्धा कर रही थी और इसे दो पुरस्कार मिले. बाजपेयी की ऐतिहासिक जीत के साथ-साथ, फिल्म को इसकी सिनेमैटोग्राफी के लिए भी पुरस्कार मिला है. बेस्ट सिनेमैटोग्राफी का अवॉर्ड पीयूष पुट्टी को मिला.


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मिला दर्शकों का प्यार
मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) के लिए यह साल बहुत अच्छा गुजर रहा है. उनकी ओटीटी रिलीज गुलमोहर को समीक्षकों और दर्शकों ने काफी सराहा था. इसके बाद जी5 (Zee5) पर उनकी फिल्म रिलीज हुई, सिर्फ एक बंदा काफी है. यह फिल्म भी डायरेक्ट ओटीटी पर रिलीज की गई थी. लेकिन दर्शकों का इतना प्यार और सराहना मिली कि ओटीटी पर रिलीज के बावजूद इसे निर्माताओं ने सिनेमाघरों में रिलीज किया. ऐसा पहली बार हुआ कि कोई हिंदी फिल्म ओटीटी पर डायरेक्ट रिलीज होने के बाद सिनेमाघरों में भी रिलीज की गई. आने वाले दिनों में मनोज बाजपेयी नेटफ्लिक्स फिल्म सूप में नजर आएंगे. फिल्म पोस्ट प्रोडक्शन में है. इसके बाद उनकी फिल्म आएगी, डिस्पैच.


अतीत और वर्तमान
जिस फिल्म जोराम के लिए मनोज बाजपेयी को डरबन में अवार्ड मिला है, उसे देवाशीष मखीजा ने लिखा और डायरेक्ट किया है. फिल्म में जीशान अय्यूब और तनिष्ठा चटर्जी भी अहम भूमिकाओं में नजर आएंगे. यह फिल्म जी5 पर रिलीज होगी. अभी फिल्म का ट्रेलर रिलीज नहीं हुआ और न ही इसकी रिलीज डेट अनाउंस की गई है. परंतु फिल्म को अंतरराष्ट्रीय समारोहों में बहुत अच्छा रेस्पॉन्स मिला है. फिल्म को डरबन में मिले अवार्ड के बाद सिने-प्रेमियों में इसे लेकर उत्सुकता और बढ़ गई है. जोराम अपने अतीत और वर्तमान के बीच फंसे एक आदमी, दरसु की दिलचस्प कहानी है. दरसु के अतीत और वर्तमान में एक बड़ा फर्क है . बाहर से वह एक आम आदमी की तरह दिखता है, लेकिन वह किसी भी तरह से आम आदमी नहीं है! वह अपने नन्हें बच्चे की जान बचाने के लिए अपने अतीत से भाग रहा है.