Bollywood Legend: शोले के बाद संजीव कुमार एक और फिल्म में बने ठाकुर, फिर जो किया काम उसे सुनकर...
Sanjeev Kumar: यूं तो हर कलाकार फिल्मों में अलग-अलग तरह के रोल करना चाहते हैं. मगर कई बार किसी खास इमेज में बंधकर उन्हें रोल रिपीट करने पड़ते हैं. संजीव कुमार के साथ भी कुछ मौकों पर ऐसा हुआ. शोले के बाद वह एक और फिल्म में ठाकुर बने, मगर इस बार उन्हें देखकर दर्शकों के रौंगटे खड़े हो गए.
Sanjeev Kumar Film: 1975 में आई फिल्म शोले का एक-एक किरदार लोगों के दिल-दिमाग में बैठ गया. अगर जय-वीरू और गब्बर की शोले में आमने- सामने दिखे, तो इसकी वजह बने ठाकुर. जय-वीरू जहां अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र थे, तो ठाकुर का यह रोल संजीव कुमार ने निभाया था और लोग उन्हें कभी भूल नहीं सके. अमजद खान का तो दूसरा नाम ही गब्बर सिंह पड़ गया. मगर संजीव कुमार ने शोले के बाद एक और फिल्म में ठाकुर का किरदार निभाया था. लेकिन यह शोले से बिल्कुल अलग था. यहां संजीव कुमार को ठाकुर बना देख कर लोगों के रौंगटे खड़े हो गए. लड़कियां उन्हें देख कर दूर भागने लगी. जी हां, यह फिल्म थीः जानी दुश्मन.
डर गई दुल्हनें
निर्देशक राजकुमार कोहली की जानी दुश्मन शोले के चार साल बाद 1979 में रिलीज हुई थी. फिल्म की कहानी एक ऐसे पहाड़ी गांव की थी, जहां एक राक्षसनुमा भूत है, जो लाल जोड़ा पहन कर दुल्हन बनी लड़कियों को उठा ले जाता है और उनकी हत्या कर देता है. फिल्म में जितेंद्र, शत्रुघ्न सिन्हा, विनोद मेहरा, रेखा, रीना रॉय, नीतू सिंह, बिंदिया गोस्वामी, सारिका, योगिता बाली जैसे बड़े नाम थे. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर खूब चली और लोग इस फिल्म को देख कर डरे भी. फिल्म का छोटे-छोटे गांवों में कुछ ऐसा असर हुआ कि शादियों में लोगों ने दुल्हनों को लाल लिबास पहनाना बंद कर दिए. कई गांवों से दुल्हनें गुलाबी और नारंगी जोड़े में विदा की गईं.
ठाकुर ने पकड़ा रंगे हाथ
असल में जब राजकुमार कोहली संजीव कुमार को फिल्म में लेने के लिए उनका रोल सुनाने के लिए पहुंचे, तो इस शानदार एक्टर ने इंकार कर दिया था. संजीव कुमार का तर्क था कि वह कई फिल्मों में, खास तौर पर गुलजार के सिनेमा में बहुत बार बूढ़े व्यक्ति का किरदार निभा चुके हैं. अब और बूढ़ा नहीं बनना है. लेकिन जब कोहली ने उन्हें कहानी बतानी शुरू की तो बीच में ही उन्हें रोक कर संजीव कुमार ने फिल्म के लिए हां कह दिया. जानी दुश्मन पहली और आखिरी फिल्म थी, जिसमें कोहली और संजीव कुमार ने मिलकर काम किया. फिल्म में संजीव कुमार रईस ठाकुर ज्वाला प्रसाद बने थे. ठाकुर की भव्य हवेली थी. ठाकुर की शादी अपनी पसंद की खूबसूरत लड़की से होती है, मगर एक दिन वह पत्नी को उसके प्रेमी के साथ पकड़ लेता है. यह देख कर वह राक्षसनुमान पिशाच में बदल जाता है और दोनों की हत्या कर देता है. इसके बाद जब भी गांव में किसी की शादी होती है तो ठाकुर हर बार राक्षसनुमान पिशाच में बदल कर दुल्हन को उठा कर गुफा में ले आता है. वहां उसकी हत्या कर देता है. गांव वाले समझ नहीं पाते कि क्या हो रहा है और तरफ डर का माहौल बन जाता है.
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