The Romantics: ऐसा था इन सितारों का बचपन, शाहरुख जाते थे पड़ोसी के यहां टीवी देखने और माधुरी के पापा...
Shah Rukh Khan: शाहरुख खान का बचपन दिल्ली में बीता और वह शुरू से फिल्मों के शौकीन थे. अब उन्होंने फिल्मों से अपने प्यार को लेकर कुछ और बातें हाल में रिलीज हुई डॉक्युमेंट्री में बताई हैं. यहीं माधुरी दीक्षित ने भी बताया कि बचपन में उन्हें कब और कैसे फिल्में देखने मिला करती थीं.
Madhuri Dixit: पिछले दिनों नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई डॉक्युमेंट्री द रोमांटिक्स में बॉलीवुड के 30 से ज्यादा एक्टर, राइटर, पत्रकार और तकनीशियन नजर आ रहे हैं. चार हिस्सों में बनी यह डॉक्युमेंट्री खास तौर पर दिग्गज फिल्म निर्देशक यश चोपड़ा को श्रद्धांजलि है. 2020 में यशराज फिल्म्स को स्थापना के 50 साल पूर हुए थे और तब इसके सर्वेसर्वा आदित्य चोपड़ा ने इस डॉक्युमेंट्री की योजना बनाई थी. मगर कोरोना के आने से उनकी योजनाएं आगे बढ़ गईं और अब जाकर यह डॉक्युमेंट्री लोगों के बीच आ पाई है. डॉक्युमेंट्री में आदित्य चोपड़ा भी नजर आ रहे हैं. डॉक्युमेंट्री में तमाम सितारों ने यश चोपड़ा के साथ अपने संबंधों और उनके साथ की फिल्मों से लेकर अपने निजी जीवन की बातें भी बताई हैं.
एक था दूरदर्शन
यश राज फिल्म्स के लिए दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, मोहब्बतें, रब ने बना दी जोड़ी, जब तक है जां से लेकर हाल में रिलीज हुई पठान करने वाले शाहरुख खान अपनी लाइफ को पुराने दौर को याद करते हुए कहते हैं कि हमारे बचपन में फिल्में देखना आसान नहीं था. उन दिनों सरकारी चैनल दूरदर्शन आया था और उस पर रविवार को फिल्में आती थीं. शाहरुख ने बताया कि बचपन में हम अपने पड़ोसियों के घर टीवी पर फिल्म देखने जाया करते थे. वे अच्छे लोग थे और हमें बुलाकर दरी बिछा के बैठाया करते थे. उन दिनों फिल्मों के बीच में विज्ञापन नहीं आते थे. शाहरुख ने कहा कि सिनेमाघरों में फिल्म देखना तब बहुत बड़ी बात थी और कोई अच्छी फिल्म आती, तो टिकट ब्लैक हुआ करते थे. शाहरुख ने बताया कि उन्हें फिल्में देखने का शौक था और किसी मल्टीस्टारर या सुपर स्टार की फिल्म का टिकट ब्लैक में ले लेना भी बड़ी बात होती थी. शाहरुख का बचपन दिल्ली में गुजरा है. उन्होंने कहा कि मेरे बचपन के दिनों में यश चोपड़ा ऐसे मेकर थे, जिनकी फिल्म आप मिस नहीं कर सकते थे.
पापा कहते थे...
इसी तरह डॉक्युमेंट्री में माधुरी दीक्षित भी नजर आती हैं. उन्होंने भी डॉक्युमेंट्री में यश चोपड़ा की फिल्मों के साथ अपने बचपन के दिनों को भी याद किया. माधुरी ने बताया कि बचपन के दिनों में जब भी कोई फिल्म रिलीज होती थी, तो उनके पिता टाइम्स ऑफ इंडिया में उसका रिव्यू पढ़ते थे. अगर रिव्यू अच्छा होता और लगता कि यह फिल्म परिवार के साथ देखने लायक है, तब सब लोग फिल्म देखने के लिए जाते थे. माधुरी ने भी दूरदर्शन के दिनों को याद करते हुए कि तब इस चैनल पर फिल्में आने लगी थीं और वह मुझे बहुत आकर्षित करती थीं.
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