Vinod Khanna Life Facts: विनोद खन्ना (Vinod Khanna) 70-80 के दशक के पॉपुलर एक्टर्स में से एक हुआ करते थे. विनोद खन्ना ने अपने समय की कई चर्चित फिल्मों में काम किया था जिनमें दयावान, अमर अकबर एंथोनी, इंसाफ, जुर्म और कुर्बानी जैसी फिल्में शामिल हैं. विनोद खन्ना के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यदि उन्होंने करियर के पीक पर संन्यास ना लिया होता तो वे आज अमिताभ बच्चन जितने पॉपुलर होते. विनोद खन्ना ने अपनी लाइफ के वो कौन से निर्णय लिए थे जिसने उनकी पर्सनल लाइफ में उथलपुथल मचा दी थी इसके बारे में ही आज हम आपको बताने जा रहे हैं. 


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ओशो के संपर्क में आ गए थे विनोद खन्ना 


मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो करियर के पीक पर जब सबकुछ ठीक चल रहा था तभी विनोद खन्ना का झुकाव अध्यात्म की तरफ हो गया था. विनोद खन्ना ओशो के संपर्क में आ गए थे और धीरे-धीरे उनका मन भी फिल्मों में कम लगने लगा था. कहते हैं कि विनोद खन्ना अपनी अधिकांश फिल्मों की शूटिंग पुणे में रखवाते थे क्योंकि यहीं ओशो का आश्रम था और शूटिंग के बाद विनोद खन्ना अपना ज़्यादातर समय ओशो के साथ बिताना पसंद करते थे. 


करियर के पीक पर छोड़ी फिल्में, अमेरिका चले गए थे


खबरों की मानें तो जब विनोद खन्ना अपने करियर के पीक पर थे तब वे फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कहकर ओशो के साथ अमेरिका चले गए थे. यहां ओशो आश्रम में उन्होंने माली का भी काम किया और लोगों के जूठे बर्तन भी धोए. बहरहाल, बाद में जब अमेरिकी सरकार के दबाव में ओशो आश्रम बंद हुआ तब विनोद खन्ना वापस भारत आ गए थे. हालांकि, तब तक उनका परिवार बिखर गया था और पत्नी ने उन्हें तलाक दे दिया था. बताते चलें कि विनोद खन्ना का साल 2017 में कैंसर से लड़ते हुए निधन हो गया था.