नई दिल्ली: आईसीसी विश्व कप (ICC World Cup 2019) में भारतीय क्रिकेट टीम को नंबर-4 पर एक बेहतरीन बल्लेबाज की कमी खली. टूर्नामेंट के बाद वेस्टइंडीज दौरा भारत के लिए अहम है. इस दौरान चयनकर्ताओं के पास यह देखने का भी मौका है कि इस नंबर पर कौन सा बल्लेबाज खरा उतर सकता है. पहली नजर में इस पोजीशन पर शुभमन गिल (Shubman Gill) और श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) की दावेदारी मजबूत लगती है. भारतीय टीम (Team India) को अगस्त में वेस्टइंडीज के खिलाफ (India vs West Indies) टी20, वनडे और टेस्ट सीरीज खेलनी है. इसमें वनडे टीम में नंबर-4 की जगह के लिए शुभमन और अय्यर में से कोई एक जगह बना सकता है. 


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शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर दोनों ही फिलहाल, इंडिया-ए टीम के साथ वेस्टइंडीज का दौरा कर रहे हैं. गिल ने जहां पिछले दो मैचों में 62 और 77 रन की पारी खेली हैं तो वहीं अय्यर पहले मैच में 77 ओर अगले मैच में 47 रन बनाए. कप्तान मनीष पांडे ने पिछले मैच में शतक जमाया, लेकिन उन्हें पांच या छठे नंबर के लिए देखा जा रहा है. 

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नंबर-4 पर एक बेहतरीन बल्लेबाज को न ढूंढ़ पाने के कारण टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच संजय बांगर को भी तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि मध्यक्रम में लगातार किए गए बदलावों ने केवल विश्व कप में ही नहीं बल्कि पिछले कई सीजन में भारतीय टीम को परेशानी में डाला है. 

इस अधिकारी ने कहा, ‘हमें लगातार जूझना पड़ा. हम खिलाड़ियों को पूरा समर्थन करते हैं क्योंकि एक खराब दिन के अलावा टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन बेहद शानदार रहा. लेकिन भविष्य के बारे में कोई निर्णय लेने से पहले स्पोर्ट स्टाफ के निर्णय की समीक्षा जरूर होगी. विजय शंकर के चोटिल होने के कारण टूर्नामेंट से बाहर होने से एक दिन पहले बांगर का यह कहना है कि सभी खिलाड़ी फिट है, बहुत निराशाजनक है.’

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अधिकारी ने कहा, ‘सपोर्ट स्टाफ के प्रदर्शन की समीक्षा में अनियमितता देखी गई. जिन लोगों को इसकी जिम्मेदारी सौपी गई थी, वे चाहते थे कि स्टाफ के कुछ लोग अपनी पोजिशन पर बने रहें. वरिष्ठ कर्मचारियों सहित मौजूदा प्रशासन क्रिकेट के सभी निर्णय को लेकर उलझन में थे और यहां तक कि क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) की भी अनदेखी की गई, जिसमें सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस. लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी शामिल हैं. यह बेहद शर्म की बात है.’