नई दिल्ली: इंग्लैंड ने रविवार को लॉर्ड्स मैदान पर खेले गए आईसीसी विश्व कप-2019 के फाइनल मैच में न्यूजीलैंड को ज्यादा बाउंड्री लगाने के आधार पर मात दी. इंग्लैंड 44 साल बाद नाटकीय तरीके से चैंपियन बना. इंग्लैंड की पारी के आखिरी ओवर में दो रन आउट हुए जिससे मैच सुपर ओवर में गया. यहां भी मैच टाई रहा और मैच का नतीजा बाउंड्री ज्यादा लगाने के आधार पर निकला. हालांकि कई दिग्गजों ने आईसीसी के नियम पर आपत्ति जताई है. उधर, भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड को जीत के लिए बधाई दी है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कोहली ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, "विश्वकप 2019 फाइनल में दोनों टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया. इंग्लैंड टीम को बधाई!"  


 



 



कोहली ने अपने ट्वीट में आईसीसी के नियम पर कोई आपत्ति नहीं जताई है. एक बात और गौर करने लायक है कि कोहली ने काफी समय बाद अपनी प्रतिक्रिया दी. इससे पहले, विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे रोहित शर्मा ने ट्वीट किया, "क्रिकेट में कुछ नियमों पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए." रोहित का इशारा आईसीसी के नियम की ओर था जिसके मुताबिक ज्यादा बाउंड्री लगाने के आधार पर इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया.


भारत के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर ने आईसीसी के नियम पर सख्त आपत्ति जताई. गंभीर ने अपने एक ट्वीट में कहा, "मुझे समझ नहीं आ रहा कि कैसे विश्व कप-2019 के फाइनल का विजेता अंतत: इस बात पर निकाला कि किसने ज्यादा बाउंड्रीज लगाईं. आईसीसी का बेहद बकवास नियम. यह टाई ही रहना चाहिए था. मैं न्यूजीलैंड और इंग्लैंड दोनों टीमों के खिलाड़ियों को बधाई देता हूं. मेरी नजर में दोनों विजेता हैं."


 



 


युवराज सिंह ने तो साफ तौर पर इस नियम को मानने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, "मैं इस नियम से सहमत नहीं हूं. लेकिन नियम तो नियम हैं. इंग्लैंड को बधाई. मेरी सांत्वाना कीवी टीम के साथ हैं. वह अंत तक लड़े. शानदार खेल, बेहतरीन फाइनल."


ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने कहा, "इंग्लैंड को बधाई. न्यूजीलैंड के साथ मुझे हमदर्दी है. मुझे कहना होगा कि यह फाइनल के विजेता का फैसला निकालने का खराब तरीका है. नियम बदलना चाहिए." ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज डीन जोंस ने कहा, "इंग्लैंड को पहली विश्व कप जीत पर बधाई. न्यूजीलैंड दुर्भाग्यशाली रहा. खेल के नियमों को देखना चाहिए. यह विश्व कप फाइनल था."