Pune ISIS Module Case:  एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आईएसआईएस के पुणे मॉडयूल से जुड़कर केमिकल बम बना रहे थे.अब्दुल्ला आर्सलान एएमयू से पेट्रो केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुका है. एनआईए और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पुणे माड्यूल की जांच कर रही है. इस माड्यूल में महिलाएं भी सदस्य हैं.रिजवान की पत्नी अलफिया और शहनवाज की पत्नी और बहन आईएस के हैंडलर्स से सीधे बात करती हैं. एटीएस का कहना है कि अभी पूछताछ शुरुआती चरण में हैं. अभी तक की पूछताछ में जो जानकारी सामने आई है उससे साफ है कि ये किसी बड़े आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे. 


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एएमयू-जामिया से जुड़े तार


इस मामले के तार अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अलावा दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी से भी जुड़ रहे हैं. इस माड्यूल ने कई राज्यों में अपना नेटवर्क बनाया है. इसमें महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, यूपी, पंजाब, झारंखड, केरल, कर्नाटक, गोवा समेत कई राज्य शामिल हैं. ये सभी बड़े राजनेताओं, मशहूर फिल्म एक्टर्स और इन राज्यों के भीड़भाड़ वाले बाजारों में बम धमाके करने की योजना बना रहे थे. एटीएस का कहना है कि आरोपियों से यह जानने की कोशिश हो रही है कि उनके नेटवर्क से और कौन लोग जुड़े हुए हैं. पूछताछ में और क्या कुछ जानकारी मिली है उसे सार्वजनिक करना सही नहीं होगा.


केमिकल बम बनाने की तैयारी

शाहनवाज और रिजवान की गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसियों ने खुलासा किया था कि यह माड्यूल केमिकल बम भी तैयार रहा था. पुणे के जंगलों, राजस्थान और उत्तराखंड के दूरदराज के इलाकों में इसका प्रयोग भी किया गया था. इसके बाद से माइनिंग इंजीनियर शाहनवाज और एएमयू से पेट्रो केमिकल इंजीनियरिंग करने वाले अर्सलान की तलाश हो रही थी. जांच में सामने आया है कि इस माड्यूल के सदस्य चंदौली भी जा चुके हैं. एटीएस का कहना है बहुत जल्द ही इस मॉड्यूल के दूसरे सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.


क्या है पुणे मॉड्यूल


एटीएस का कहना है कि आईएस से जुड़े आतंकी अलग अलग तरह से भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों, राजनीतिक शख्सियतों को निशाना बनाने की तैयारी करते हैं. जिस शहर को वो आधार बनाकर वो अपनी नापाक तैयारी करते हैं उसे उस शहर का नाम दे देते हैं. जहां तक पुणे मॉड्यूल की बात है यहां पर वे केमिकल बम के जरिए नेताओं को निशाना बनाने की तैयारी में जुटे हुए थे.