Dalbir Singh Deol murder Latest News:  पंजाब सशस्त्र पुलिस में तैनात डीएसपी दलबीर सिंह देओल मर्डर केस में बड़ा खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि उनका कत्ल ऑटो ड्राइवर ने की है. डीएसपी की पिस्टल से दो गोली चलाई गई, पहली गोली जब नहीं लगी तो दूसरी गोली उनके सिर में मारी गई. डीएसपी और ऑटो ड्राइवर ने एक साथ शराब पी थी. नशे में होने की वजह से दोनों में कहासुनी हुई और ड्राइवर ने गोली मार दी. 


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एसआईटी कर रही है जांच

जालंधर पुलिस ने मामले की गहन जांच के लिए पुलिस उपायुक्त (जांच) हरविंदर सिंह विर्क की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल का गठन किया था.पुलिस ने उस इलाके के सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से अध्ययन किया. जहां घटना को अंजाम दिया गया था. इसके अलावा उस बस स्टैंड का भी जहां डीएसपी के परिचितों ने नए साल के जश्न के बाद उन्हें छोड़ा थाय एक वीडियो में मृतक डीएसपी को ई-रिक्शा किराये पर लेते हुए भी देखा गया था. सिर पर गोली के साथ साथ कई चोट वाले एक शव को  लगने  सुबह जालंधर शहर के बाहरी इलाके बस्ती बावा खेल में एक नहर के पास लावारिस पाया गया था.


पहले हिट एंड रन का केस हुआ था दर्ज


पंजाब पुलिस ने पहले तो केस हिट एंड रन के रूप में आगे बढ़ाया. लेकिन सोमवार यानी 1 जनवरी को जब जालंधर सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने शव की चीड़फाड़ की तो पता चला कि सिर के पीछे गोली मारी गई थी. डीसीपी विर्क ने कहा कि जांच अभी भी जारी है हालांकि जो अब तक साक्ष्य मिले हैं उसके मुताबिक डकैती की भी धारा जोड़ी गई है. क्योंकि उन्होंने मामले में महत्वपूर्ण सुराग जुटाए हैं। “अभी तक कुछ भी ठोस खुलासा नहीं किया जा सका है। हम सभी संभावित कोणों से मामले की जांच कर रहे हैं.


पीएपी में तैनात थे दलबीर सिंह

पुलिस के मुताबिक डीएसपी के परिवार ने बताया था कि 28 दिसंबर को जालंधर में उनकी कार का एक्सीडेंट हो गया था. 31 दिसंबर को गैराज के मालिक(जहां डीएसपी की कार मरम्मत के लिए भेजी गई थी) और एक दूसरे शख्स के साथ मिलने के लिए आए थे और वो उनके साथ कपूरथला में अपने गांव खोजेवाल से जालंधर आए. देओल जालंधर में पंजाब सशस्त्र पुलिस (पीएपी) मुख्यालय में तैनात थे. परिवार का आरोप है कि शव की पहचान करने के मामले में भी जांट टीम ने लापरवाही की थी. पहले पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि पहली नजर में ऐसा लग रहा है कि उनकी सर्विस रिवॉल्वर से गोली मारकर हत्या की गई. देओल 1999 में भारोत्तोलन में एशियाई चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता और उसी वर्ष राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में रजत पदक विजेता थे। उन्होंने दक्षिण एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक भी जीता था. साल2000 में प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.