Ayodhya Gangrape: उम्र महज 12 वर्ष , न दुनिया की समझ और न दुनियादारी की. जब तक दुनियादारी की समझ आती तब तक उसे इतना गहरा जख्म मिल गया जिसकी टीस का दर्द शायद ही कभी कम होगा. अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र की एक ऐसी किशोरी की जिसका पहले बलात्कार हुआ फिर इसका वीडियो बनाया गया और उसको दिखाकर लगातार यह सिलसिला चलता रहा. वह भी एक नहीं बल्कि दो दो लोग उसके साथ यह खेल खेलते रहे. अब मामला खुला तो किशोरी 2 माह की गर्भवती है ,और स्थानीय लोग लामबंद हुए, आक्रोशित हुए तो पुलिस भी अब हरकत में है और दोनों नामजद अभियुक्त की गिरफ्तारी हो गई है. जिसमें से एक समाजवादी पार्टी का भदरसा नगर अध्यक्ष भी है.


खेत में धान लगा कर लौट रही थी


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

असल में यह पूरा मामला थाना पूराकलंदर के भदरसा क्षेत्र का है. 12 वर्षीय पीड़ित किशोरी चार बहनों में सबसे छोटी है , भाई महज 6 वर्ष का है तो पिता की मृत्यु दो वर्ष पहले ही हो चुकी है. घर का गुजारा उसकी मां और बहनों के द्वारा मजदूरी से मिले पैसे से चलता है. पीड़ित किशोरी भी ढाई माह पूर्व मजदूरी पर दूसरे के खेत में धान लगा कर लौट रही थी तो बेकरी में काम करने वाला राजू उसके पास आया और कहा चलो तुम्हे बेकरी मालिक मोईद खान बुला रहे हैं. 


 जान से मारने की धमकी दी


जब वह बेकरी पहुंची तो मोईद खान ने उसके साथ बलात्कार किया. आरोप है कि जब मोईद खान बलात्कार कर रहा था तो उसकी मोबाइल से राजू वीडियो बना रहा था और उसके बाद राजू ने भी बलात्कार किया और वीडियो दिखाते हुए किसी से कुछ कहने पर जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद तो या सिलसिला आम हो गया और लगातार पीड़ित किशोरी के साथ यह दोनों लोग खेल-खेलते रहे. 


आरोपी समाजवादी पार्टी का नगर अध्यक्ष


आरोपियों में से मोईद खान मदरसा में समाजवादी पार्टी का नगर अध्यक्ष है इसलिए लड़की उसके रसूख से डर गई और यह मामला कब खुला जब किशोरी के पेट में दर्द हुआ और डॉक्टर ने बताया कि वह दो माह की गर्भवती है. पीड़ित किशोरी की मां का कहना है कि हमारी बिटिया धान बैठाकर लौट रही थी. राजू मोईद रहे वहां वीडियो बनाए उसके बाद दो महीने के बाद जब पूंछे तो उसने कहा राजू मोईद ऐसे ऐसे किए तब जाकर जांच कराए तो पता लगा लड़का है.


पुलिस में नहीं हो रही थी सुनवाई


चौकी पर गए सुनवाई नहीं हुई उसके बाद थाने पर गए तो दरोगा जी ने कहा राजू का नाम रखिए दूसरा नाम हटा दीजिए. उसने कहा कि अब हम फांसी चाहते है. मंजू निषाद नाम की सामाजिक कार्यकर्ता का कहना है कि मामला यह है कि जब मैं वहां उनके यहां गई पूछी की बच्ची आपके साथ क्या हुआ तो वह बताई कि मैं वहां गई थी बेकरी के पास मोईद खान हमको अंदर बुलवाया, पता नहीं हमको कौन सी दवा खिला दिए हमको पता नहीं था मैं वहां देर रात तक रही वहां से वापस आई. 


लगातार ऐसे 2 महीना बुलाते रहे थे. मेरे साथ गंदा काम करते थे. 2 महीने बाद एक दिन और बुलाए तो मैं बहुत रात तक वही रह गई. मुझे दवा खिला दिए. वे लोग फिर हमारा बलात्कार किया तो मेरी मम्मी खोजते खोजते वहां पहुंची तो बाद में हमें निर्वस्त्र पाई. 


सोमवार की शाम मुकदमा दर्ज


इसके बाद एप्लीकेशन दिया चौकी पर तो वहां मोईद खान आकर बैठ जाते. पता चला कि चौकी भी उनके ही मकान में चल रही है. अपनी बेटी को लेकर उसकी मां भदरसा चौकी पहुंची लेकिन यह चौकी इस मामले में मुख्य आरोपी मोईद खान के घर में ही है. लिहाजा कार्रवाई के नाम पर बस पीड़िता की मां बस चक्कर लगाती रही. लेकिन इस मामले की जानकारी जैसे ही निषाद पार्टी और हिंदू संगठनों को पता चली और न्याय की आवाजे बुलंद हुई तो पुलिस भी हरकत में आ गई. सोमवार की शाम मुकदमा दर्ज हुआ.


निषाद पार्टी के जिला अध्यक्ष आशाराम निषाद का कहना है कि लोगों का प्रयास था कि जो मेन मुजरिम है वह पैसे वाला है वह समाजवादी पार्टी के संरक्षण में पल रहा है. उसको लोग बचाने के लिए पैसे के भी लालच दे रहे थे लेकिन हम कहना चाहते हैं 12-13 साल की लड़की है उसके साथ जो दुष्कर्म हुआ उसकी वीडियो बनाकर जिस तरह से उसको प्रताड़ित किया गया अपने समुदाय में, यह जघन्न अपराध है. मैं समाजवादी पार्टी के जो तमाम नेता है जो अब पीडीए की बात करते हैं, हम भी उस पीडीए में आते हैं. 


स्थानीय लोगों ने दी चेतावनी


उन्होंने मांग की है कि उन पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई हो, नहीं तो हम लोग आंदोलन करने को बाध्य होंगे. निषाद पार्टी के जिला अध्यक्ष होने के नाते और अभी हमारे तमाम कार्यकर्ता पदाधिकारी पूरे जिले के इकट्ठा हो रहे हैं. प्रशासन से हम हमेशा उम्मीद रहती है कि हम लोग हमेशा प्रशासन से सहयोग करते हैं. जितना जल्दी हो सके उसको गिरफ्तार करके उसको पकड़ के उसके साथी को भी जो उनका संरक्षण दे रहा है उनको भी पकड़ के जेल में बंद किया जाए. नहीं तो हम लोग आंदोलन करने को बाध्य हैं. 


नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया


मंगलवार को इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों के साथ निषाद पार्टी और हिंदू संगठनों के लोगो की बैठक हुई और प्रदर्शन किया गया. इसके बाद सीओ अयोध्या जब मौके पर पहुंचे तब भी नारेबाजी जारी रही. इस हंगामें के बीच ही पुलिस ने तेजी दिखाते हुए दोनों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. जबकि पीड़ित किशोरी का मेडिकल कराया जा रहा है और उसका डीएनए सैंपल भी जांच के लिए भेजा जा रहा है.


सीओ अयोध्या आशुतोष तिवारी का कहना है कि एक तहरीर प्राप्त हुई थी जिसमे 376D का अभियोग पंजीकृत हुआ है. इन लोगो की गिरफ्तारी की मांग है सारी विधिक प्रक्रिया का पालन करते हुए हम लोग कार्रवाई कर रहे हैं यह सभी लोग सही विवेचना और अभियुक्त की गिरफ्तारी चाहते हैं. मधुबन सिंह एस पी सिटी का कहना है कि यह प्रकरण थाना पूरा कलंदर का है. यहां पर पास्को एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है. जिसमें नामजत दोनों अभियुक्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर विधिक कार्रवाई की जा रही है.