Bengaluru Police News: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से बाप-बेटे के रिश्ते को शर्मसार करने वाली खबर आ रही है. राजधानी बेंगलुरु में बेटे ने अपने ही बाप को मौत के घाट उतार दिया. आरोपी बेटे की इस नापाक करतूतत को छुपाने के लिए मां ने भी उसका साथ दिया. आरोपी की मां ने हत्या के सबूत को मिटाने में बेटे की मदद की. पुलिस का कहना है कि आरोपी डिप्रेशन का शिकार है. परिवार के कहने पर आरोपी को जेल के बजाय न‍िमहंस (Nimhans) में रखा गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. बाप की हत्या करने वाला आरोपी बेटा पेशे से इंजीनियर था जो अपनी नौकरी से बर्खास्त चल रहा था.


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क्या है पूरा मामला?


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 32 साल के बेटे ने अपने 62 साल के पिता को मार डाला. इस हत्या की वजह पैसों को बताया जा रहा है. आरोपी का नाम अर्जुन है जिसने 15 लाख रुपये पिता को दिए थे. मृतक की पहचान वाईआर कृष्णमूर्ति के रूप में की गई है. वाईआर कृष्णमूर्ति बीएमटीसी के र‍िटायर्ड ड्राइवर थे जो बेंगलुरु के मदनायकनहल्ली के पास वड्डरहल्ली में रहते थे. र‍िटायरमेंट से जो पैसे कृष्णमूर्ति को मिले, उससे उन्होंने अपना घर बनाया. इस घर को बनाने में बेटे अर्जुन ने 15 लाख रुपये की मदद की थी.


चल रहा है अर्जुन का इलाज


केरल की एक प्राइवेट फर्म में बतौर इंजीन‍ियर काम करने वाला अर्जुन काफी डिप्रेशन में था. खबरों की मानें तो अच्‍छा प्रदर्शन न कर पाने की वजह से उसे नौकरी से निकाल दिया गया था. यही उसकी दिमागी बीमारी का कारण था. बेरोजगार अर्जुन ने कई बार पिता से पैसों की डिमांड की. अर्जुन की एक छोटी बहन भी है जिससे वो पिता को दिए हुए पैसों के लिए झगड़ा करता था. अवसादग्रस्‍त अर्जुन नौकरी से हटाए जाने के बाद माता-प‍िता के साथ रहता था. बाप के कई बेटे को समझाया की उसके मरने के बाद पूरी संपत्ति का वारिस वो ही है. लेकिन बेटा अपने 15 लाख रुपयों के लिए अड़ा रहा. फिलहाल अर्जुन का इलाज किया जा रहा है.