Divya Pahuja Murder Latest News: 3 जनवरी को दिल्ली से सटे गुरुग्राम से एक बड़ी खबर आई. गुरुग्राम के एक होटल में एक महिला का मर्डर हुआ था. बाद में पता चला कि वो कोई और नहीं बल्कि मॉडल दिव्या पाहुजा थी. दिव्या के परिवार की शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई. जांच शुरू हुई और तीन गिरफ्तारी हुई. जांच थोड़ी और आगे बढ़ी तो पता चला कि दिव्या वही लड़की है जो कुख्यात बदमाश संदीप गाडोली की गर्लफ्रेंड हुआ करती थी. गुरुग्राम पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए जांच को आगे बढ़ाई और पहली कामयाबी तब मिली जब हत्याकांड में शव को ठिकाने वाले कार की पहचान हुई. लेकिन पुलिस के सामने चुनौती दिव्या की बॉडी को लेकर था. करीब 11 दिन बाद ने गुरुग्राम पुलिस ने बलराज गिल नाम के एक शख्स को अरेस्ट करने के साथ शव को भी बरामद कर लिया है. हरियाणा के टोहाना नहर से शव की बरामदगी की गई है.


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बलराज गिल की गिरफ्तारी के बाद बड़ा मोड़

इस केस में तब बड़ा मोड़ आया जब गुरुग्राम पुलिस ने बलराज गिल नाम के एक शख्स को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया. वो भी इस मामले में आरोपी है. पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान बलराज गिल अपने बयानों को बार बार बदल रहा था. उसके बदलते बयान के बाद शक गहराया. उससे कड़ाई से पूछताछ हुई तो उसने बताया कि हत्या के बाद दिव्या के शव को उसने ही टोहाना नहर में फेंक दी थी.


बता दें कि शव की तलाश एनडीआरएफ की 25 सदस्यों वाली टीम कर रही थी. कुछ टिप मिलने के बाद यह टीम पंजाब में पटियाला पहुंची थी और खनौरी बॉर्डर के करीब एक नहर में शव की तलाश कर रही थी. हालांकि बलराज की गिरफ्तारी के बाद साफ हो गया कि शव को हरियाणा में टोहाना नहर में फेंक दिया गया था. इस मामले में गुरुग्राम क्राइम ब्रांच की कुल 6 टीमें जुटी हुई थीं.


मुख्य आरोपी पहले ही गिरफ्तार

अब आपके दिल और दिमाग में सवाल उठ रहा होगा कि इतने ओपन केस में हरियाणा पुलिस के सामने चुनौती क्या थी. सवाल ये है कि हम इसे ओपन केस क्यों कह रहे हैं. दरअसल जिस होटल में दिव्या पाहुजा के मारे जाने की खबर थी. उस होटल के मालिक अभिजीत सिंह ने पुलिस के सामने इकबालिया बयान में स्वीकार कर लिया था कि हत्या उसने ही की थी. हत्या के पीछे की वजह को भी बताया था कि वो क्यों उससे आजिज आ चुका था. दिव्या के बारे में उसने बताया था कि उसकी कुछ अश्लील तस्वीरें दिव्या के पास थी और वो उसे ब्लैकमेल कर रही थी. ऐसे में पुलिस को यह तो पता चल गया कि हत्याकांड के पीछे कौन है. लेकिन सबसे बड़ी चुनौती ये थी कि आखिर दिव्या का शव कहां है. अगर गुरुग्राम पुलिस दिव्या के शव को बरामद कर पाने में नाकाम रहती तो अदालत के सामने यह केस नहीं टिक पाता.