Call Forwarding Scam: बिन मंगाए पार्सल भेजकर पूछते हैं OTP और फिर खाली कर देते हैं खाता, ठगी के इस नए ट्रेंड को जानते हैं आप?
Cyber Crime Safety Tips: आजकल साइबर अपराधों ने लोगों का जीना दूभर कर रखा है. आज हम आपको ठगी के ऐसे ट्रेंड के बारे में अवगत करवाने जा रहे हैं, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे.
Know Call Forwarding Scam: ऑनलाइन शॉपिंग आजकल देश में चरम पर है. ऑनलाइन डिलीवरी आजकल हर किसी के नाम पर आ ही जाती है. इसी ऑनलाइन डिलीवरी को अब साइबर ठग इस्तेमाल कर रहे है. ऐसे में आपको आपको एक नए तरह के स्कैम के बारे में जानना बेहद जरूरी है. इस स्कैम से देश में कई लोग शिकार हो रहे हैं. इसके फैलते जाल को देखते हुए सरकार ने अब इस बारे में लोगों को अलर्ट रहने को कहा है. साथ ही अपने स्तर पर भी जागरूकता अभियान चलाना शुरू कर दिया है.
सरकार ने लोगों से अलर्ट रहने को कहा
इस संबंध में भारत सरकार के दूरसंचार विभाग की ओर से UNKOWN फोन कॉल को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है. सरकार ने लोगों को ऐसे इनकमिंग कॉल से अलर्ट रहने को कहा है, जिसमें आपको कुछ ऐसे कोड डायल करने के बाद किसी अनजान नंबर पर फोन करने को कहा जाता है.
स्कैमर्स कॉल करके खुद को डिलीवरी वाला व्यक्ति बताएंगे और कहेंगे कि आपकी डिलीवरी लेट है या कुछ समस्या है. इसके बाद वे आपको बातों में फंसा कर कोड डायल करवाने को कहेंगे.
उनके झांसे में फंसकर जैसे ही आप नंबर डायल करेंगे तो कॉल समाप्त कर दी जाएगी या फिर आपको थोड़े टाइम में कॉल करने की बात कहकर फोन काट दिया जाएगा. इसके बाद स्कैमर्स आपके फोन को हैक कर लेंगे. इसके बाद आपकी निजी जानकारी का गलत फायदा उठाकर किसी भी तरह से टारगेट करेंगे और आपका बैंक अकाउंट खाली कर देंगे.
एक खास नंबर बताकर करते हैं फ्रॉड
ठग आपको कॉल करके कहते हैं कि *401 नंबर लगाकर एक खास नंबर पर फोन करें. ऐसा करने के तुरंत बाद यूजर के मोबाइल पर जो भी फोन आएंगे, वे अपने आप उस नंबर पर फॉरवर्ड हो जाते हैं. यहां आपको बताना ज़रूरी है कि ओटीपी सिर्फ मैसेज नहीं कॉल पर भी आते है. ऐसे में आपका फोन हैक करके साइबर अपराधी सारे ओटीपी अपने फोन पर हासिल कर लेते हैं.
वे अपराधी इसी ट्रिक का फायदा उठाकर नेट बैंकिंग की दोबारा सेटिंग करने की बात कहकर बैंक को फोन करते हैं. इसके बाद वहां से ओटीपी आता है, जो कॉल फॉरवर्ड होने की वजह से सीधा साइबर अपराधियों तक पहुंच जाता है. ऐसे में यह छोटी सी चूक किसी भी व्यक्ति को लुटवा भी सकती है.
कॉल फॉरवर्डिंग से चल रहा गोरखधंधा
इस धोखाधड़ी को कॉल फॉरवर्डिंग स्कैम (Call Forwarding Scam) कहा जाता है.आजकर इस तरह की धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. यहां स्कैमर्स आपको कुछ न कुछ करके किसी भी तरह से ट्रिक कर आपको बातों में उलझा सकते हैं. जैसे कि आपके किसी दोस्त ने ये पार्सल आर्डर किया है. इसके बाद आपको *401 और अपना नंबर डायल करने के लिए कहा जाएगा ताकि पूरी जानकारी दी जा सके. कुछ मामलो में तो वह खुद को टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर का कस्टमर सपोर्ट रिप्रेजेंटेटिव या टेक्निकल सपोर्ट स्टाफ भी बताते है !
कैसे हो रहा है डिलीवरी स्कैम
अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स साइट ने ऑनलाइन डिलीवरी धोखाधड़ी से लड़ने के लिए वन टाइम पासवर्ड (OTP) डिलीवरी वेरिफिकेशन शुरू किया है. इसमें, कस्टमर्स से कहा जाता है कि वे अपने डिलीवरी पैकेज की जांच करें और फिर पैकेज को पाने की पुष्टि करने के लिए अपने फोन पर मिलने वाले ओटीपी को डिलीवरी एजेंट के साथ साझा करें. लेकिन अब ये OTP शेयरिंग एक अलग तरह का स्कैम ला रहा है.
OTP फ्रॉड से ज्यादातर लोग वाकिफ हो चुके हैं. लेकिन बहुत ऐसे लोग भी हैं जो जानकारी के आभाव में आज भी ठगों का शिकार बन रहे हैं. इसलिए आपको एक नए तरह के स्कैम के बारे में जानना बेहद जरूरी है. यहां डिलीवरी वाला बन के घरों में बिना आर्डर किए पार्सल पहुंचने लगे. इस पार्सल को लाने वाला डिलीवरी बॉय कहता है कि ये पार्सल कैश ऑन डिलीवरी है और आपको कैश में भुगतान करना होगा.
ओटीपी हासिल कर खाली कर देते हैं खाता
अगर कोई व्यक्ति पार्सल रिसीव करने से इनकार करता है तो उसे एक ओटीपी भेजकर उसे बताने को कहा जाता है. एक बार ओटीपी पता चलते ही वे ठग कोई बहाना बनाकर वहां से निकल जाते हैं और फिर कुछ समय में ही पूरा बैंक खाता खाली हो जाता है.
असल में वहां डिलीवरी के समय भेजा गया otp डिलीवरी का न होकर दूसरा होता है. ठग उसी समय आपके सामने खड़े हुए ही आपके फ़ोन पर इसे भेजते है और otp हासिल कर लेते हैं. इसके बाद साइबर क्रिमिनल उनके फोन का क्लोन बना लेते हैं या बैंक खातों जैसे उनके डाटा को एक्सेस कर लेते हैं.
फोन क्लोन करके करते हैं धोखाधड़ी
यूजर्स डिलीवरी लेने से मना करते हैं तो ठग कहते हैं कि वो इस पार्सल को कैंसिल कर रहे हैं. इसके लिए उन्हें एक OTP मिलेगा, जिसे उन्हें शेयर करना होगा. ऐसे में कई लोग इन ठगों की बातों में आ जाते हैं और OTP देते हैं या फोन पर मिले लिंक पर क्लिक कर बैठते हैं. फिर जैसे ही OTP स्कैमर्स को मिलता है. वे फोन को क्लोन कर लेते हैं या हैक कर लेते हैं. फिर हैकर्स फोन से बैंक डिटेल चुरा कर लोगों के पैसे लूट लेते हैं.
डिलीवरी स्कैम से कैसे बचें?
आप ऑनलाइन खरीदारी करने के लिए जिस भी वेबसाइट पर विजिट कर रहे हैं, उसमें लॉक URL जरूर चेक करें.
व्हाट्सएप, टेलीग्राम, SMS या ई-मेल के जरिये आने वाले लिंक पर शॉपिंग करने से बचें.
जिस कंपनी से आप खरीदारी कर रहे हैं उसकी शिपिंग शर्तों की जांच करें.
डिलीवरी बॉय के सामने ही रिसीव पार्सल को खोलकर देखें.
फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप से किसी भी सामान को न खरीदें, क्योंकि इन जगह से प्रोडक्ट खरीदने पर फ्रॉड होने की संभावना ज्यादा रहती है.
अनजान नंबर से भेजे गए लिंक पर क्लिक न करें. क्योंकि यहीं से हैकिंग की शुरुआत होती है.