Who is Lady Don Annu: दिल्ली में बर्गर आउटलेट में मर्डर का सनसनीखेज CCTV सामने आया है. CCTV में साफ देखा जा सकता है कि बदमाश बेखौफ होकर अमन को गोली मार रहे हैं. जैसे ही रेस्टोरेंट में गोलीबारी शुरू होती है, उस बर्गर आउटलेट में बैठे लोगों में भगदड़ मच जाती है. आप CCTV को ध्यान से देखेंगे तो साफ देखा जा सकता है जो लड़की अमन के साथ थी वो भी गोली लगने के बाद आरोपियों के साथ बाहर भाग जाती है


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18 जून की रात दिल्ली में हुआ मर्डर


सीसीटीवी में दिख रहा है कि राजौरी गार्ड़न के बर्गर आउटलेट में 18 जून की रात करीब 9 बजकर 40 मिनट पर शूटर पूरी तैयारी के साथ आउटलेट में मौजूद हैं. जहां शूटर बैठे हैं ठीक उसी के साथ वाली टेबल मृतक अमन अपनी दोस्त अन्नू के साथ बैठा हुआ है. तभी मौका मिलते ही सफेद रंग की शर्ट पहना शूटर उठता है और अमन पर ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर देता. फायरिंग होते ही भगदड़ मच जाती है. 


वारदात के बाद युवती हो गई फरार


अमन अपनी जान बचाने के लिए कैश काउंटर तक पहुंच जाता है. हमलावर भी फायरिंग करते हुए उसके पीछे पहुंच जाते हैं. इसके बाद तीनों हमलावर उस पर ताबड़तोड़ 40 राउंड गोलियां बरसाते हैं. फिर अमन की मौत की पुष्टि हो जाने के बाद आराम से फरार हो जाते हैं.  जैसे ही आउटलेट में गोलियां चलनी शुरू होती हैं, वैसे ही अमन के साथ बैठी युवती उसे छोड़कर बाहर भाग जाती है. 



लेडी डॉन ने दोस्ती के जाल में फंसाया


पुलिस के सूत्रों के मुताबिक अमन जून की हत्या गैंगवार में की गई और इसमें बड़ी भूमिका निभाई अन्नू ने. वह पुर्तगाल में बैठे गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के नजदीक है. हिमांशु के कहने पर ही उसने सोशल मीडिया के जरिए अमन जून को अपने प्रेम जाल में फंसाया और फिर मिलने के लिए राजौरी गार्डर के बर्गर आउटलेट में बुलाया. वहां पर विरोधी गैंग के शूटर पहले से ही तैयार थे और उन्होंने क्रूरता के साथ अमन का मर्डर कर दिया. वारदात के बाद अन्नू न केवल फरार हो गई बल्कि अमन का फोन और पर्स भी साथ ले गई. 


रोहतक की रहने वाली है अन्नू


अब पुलिस लेडी डॉन अन्नू की सरगर्मी से तलाश कर रही है. सूत्रों के मुताबिक वह रोहतक की रहने वाली है. उसके परिवार ने थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई हुई है. गैंगस्टर्स के साथ जुड़कर लोगों में अपनी धमक बनाने के लिए वह खुद ही हिमांशु गैंग के साथ जुड़ती चली गई. पुलिस के मुताबिक अमन जून की हत्या में अन्नू समेत 5 लोग सीधे तौर पर शामिल थे. इनमें अन्नू, हिसार निवासी आशीष उर्फ लल्लू और रोहतक निवासी कन्नू व कालू हैं. पांचवे आरोपी की पहचान की कोशिश की जा रही है. 


क्यों करवाई गई अमन जून की हत्या?


पुलिस सूत्रों के मुताबिक अमन जून की हत्या गैंगवार में की गई. वह अशोक प्रधान गैंग के नजदीक था. वर्ष 2020 में जेल में बंद गैंगस्टर नीरज बवानिया की मौसी के बेटे शक्ति दादा की हत्या कर दी गई थी. इस हत्या की जिम्मेदारी अशोक प्रधान गैंग ने ली थी. नीरज बवाना को शक था कि शक्ति की हत्या के लिए मुखबिरी अमन जून ने ही की थी. इसलिए तब से वह उसके निशाने पर था. उसने अपने सिंडिकेट में शामिल हिमांशु भाऊ और नवीन बाली को अमन की मर्डर का टास्क दिया. जिसके बाद उन्होंने अन्नू को मोहरा बनाकर उसे बर्गर आउटलेट में बुलाया और फिर गोलियों से भून दिया.