नई दिल्ली: नॉर्थ ईस्ट दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) मामले में भड़काऊ भाषण देने के लिए बीजेपी (BJP) नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करने वाले याचिकाकर्ता हर्षमंदर ने सोमवार को सुनवाई के दौरान दिल्ली हाई कोर्ट में अपनी याचिका वापस ले ली. याचिकाकर्ता हर्षमंदर ने हाई कोर्ट में कहा कि वो निचली अदालत में इस संबंध में याचिका दायर करेंगे. दरअसल हाई कोर्ट ने कहा कि आपको पहले ही मजिस्ट्रेट कोर्ट में जाना चाहिए था.


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आपको बता दें कि याचिकाकर्ता हर्ष मंदर ने बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर, कपिल मिश्रा, प्रवेश वर्मा और अन्य नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग याचिका में की थी. तकरीबन आधे घंटे तक दिल्ली हाई कोर्ट में आज दिल्ली हिंसा पर सुनवाई हुई.


वहीं याचिकाकर्ता अजय गौतम ने आज सुनवाई के दौरान आप और कांग्रेस के कुछ नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की. इसके अलावा उन्होंने पीएफआई के लिंक बड़े नेताओं के साथ होने की एनआईए से जांच करवाने की मांगी की.


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हाई कोर्ट में याचिकाकर्ता अजय गौतम ने कहा कि एंटी सीएए विरोध प्रदर्शनों के पीछे राष्ट्रविरोधी ताकतों की शह की NIA जांच होनी चाहिए. दिल्ली पुलिस ने भी इन प्रदर्शनों के पीछे गहरी साजिश को लेकर अपना जवाब दाखिल किया है. इन मामलों में अकेले दिल्ली पुलिस की जांच पर्याप्त नहीं है. इस गहरी साजिश की NIA जांच जरूरी है.


हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से अगले हफ्ते तक अजय गौतम की याचिका समेत दूसरे याचिकाकर्ताओं की ओर से रखी गई दलीलों का जवाब देने के लिए कहा है. अब इस मामले की सुनवाई अगले हफ्ते होगी.


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