श्रीनगर: जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) से धारा 370 हटने के बाद बौखलाया पाकिस्तान किसी भी सूरत में अशांति फैलाने पर आमदा है. भारत की ओर से जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में की गई चाक-चौबंद सुरक्षा के चलते हिंसा की कोई भी घटना नहीं घटने पर पाकिस्तान ने आतंकियों के सहारे अपने मंसूबे को कामयाब बनाने पर उतारू है. बौखलाया पाकिस्तान जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की तैयारी कर रहा है. सुरक्षा एजेंसियों के पकड़ में आये लश्कर के दो आतंकियों ने पाकिस्तान की पोल खोली है.


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सुरक्षा बलों के हत्थे चढ़े दोनों आतंकियों की तस्वीर ZEE न्यूज के पास है. पकड़े गए दोनों आतंकी पाकिस्तान के हैं, जिनके नाम खलील अहमद और नाज़िम खोखर है. 


पाकिस्तान से भेजे गए आतंकी खलील अहमद और नाज़िम खोखर ने किया बड़ा खुलासा.

आतंकी खलील अहमद और नाजिम खोखर ने कबूल किया है कि रावलपिंडी में पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय में उसकी मुलाकात पाकिस्तानी सेना के कुछ बड़े अधिकारियों से कराई गई थी. इसके बाद कश्मीर में हमले के लिए 7 आतंकियों के ग्रुप को तैयार किया गया. इन सात आतंकियों में 3 अफगानी मूल के भी आतंकी शामिल हैं. जिन्हें सेना पर बैट एक्शन के साथ साथ घाटी में सुरक्षा बलों पर हमले के लिए तैयार किया गया था.


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पकड़े गये लश्कर के दोनों आतंकियों से सुरक्षा एजेंसियां लगातार पूछताछ करने में लगी हुई हैं. जांच एजेंसियों के मुताबिक पकड़े गये लश्कर का एक आतंकी खलील अहमद, जिसकी उम्र 36 साल है वह पाकिस्तान के रावलपिंडी का रहने वाला है जबकि दूसरा आतंकी नज़ीम खोखर जिसकी उम्र 25 साल है वह पाकिस्तान के फारवर्ड क्वेटा का रहने वाला है. दोनों आतंकियों ने जांच एजेंसियों से कहा है कि उन्हें लश्कर के खचरबन और कोटली में आतंकी हमले की ट्रेनिंग दी गई थी. 


लश्कर के इन आतंकियों ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि लाइन आफ कंट्रोल से कश्मीर में घुसपैठ कराने की जिम्मेदारी पाक सेना के तीन  पोस्ट जोहली, बर्गी और न्यू बाठला को दी गई थी. पाक सेना के पोस्ट के नजदीक खचरबन लांचिंग पैड के जरिये ये आतंकी कश्मीर में दाखिल हुए थे. इन आतंकियों ने ये भी बताया है कि खचरबन लांचिग पैड पर 50 से ज्यादा आतंकियों का जमावड़ा है जो पाकिस्तानी सेना की मदद से जम्मू कश्मीर में दाखिल होने की साजिश में लगे हुए हैं. सभी आतंकी नूर नाम के गाईड के जरिये कश्मीर में दाखिल होने में कामयाब हो गये थे.


जांच एजेंसियों के मुताबिक दोनों आतंकियों को हमले के टारगेट का मुआयना करने के लिए भेजा गया था, जिन्हें सुरक्षाबलों ने पकड़ लिया था. इन आतंकियों ने सुरक्षाबलों  से बाकी सभी आतंकियों के बारे में कई अहम जानकारियां भी दी हैं . पकड़े गये आतंकियों ने कहा है कि अफगानी मूल के आतंकी अमजद, ऐहसान और सरफराज को उर्दू बोलनी नहीं आती है. इन आतंकियों के ग्रुप में कुल चार पाकिस्तानी हैं और तीन अफगानी मूल के आतंकी हैं.


खुफिया एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तान तालिबानी आतंकियों को कश्मीर की तरफ भेजेने की कोशिश में लगातार लगा हुआ है. एक रिपोर्ट के मुताबिक कुछ दिनों पहले ही अफगानिस्तान के ईस्टरन प्रांत से 350 से ज्यादा आतंकियों को लश्कर में शामिल कर पाकिस्तानी सेना टेरर कैंपों में ट्रेनिंग देने में लगी हुई है यही नहीं खुरासान ईलाकों में भी जैश ए मोहम्मद और आईएसआईएस आतंकी संगठनों को पाकिस्तान की एजेंसियां लगातार मदद करने में लगी हुई हैं जिससे कश्मीर में बड़े हमले कराये जा सके.


एक तरफ जहां पाकिस्तान को एफएटीएफ की तरफ से ब्लैक लिस्ट होने की तलवार लटकी है, वहीं पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा है. पाक अधिकृत कश्मीर में भारत के खिलाफ आतंकी साजिश के लिए पाक सेना की मदद से टेरर कैंपों में आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है.


मालूम हो कि भारतीय संसद की ओर से जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में धारा 370 और 35ए निष्क्रिय कर दिया गया है. इसके बाद से इस राज्य के पास विशेष राज्य का दर्जा नहीं है. इस बात से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. भारत का आंतरिक मामला होने के बावजूद वह जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) को लेकर दुनियाभर में हल्ला कर रहा है, हालांकि संयुक्त राष्ट्र के अलावा अमेरिका, फ्रांस जैसे देशों ने पाकिस्तान के आरोपों को खारिज कर दिया है. इसके बाद से पाकिस्तान जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) को अशांत करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहा है.