Ghaziabad Tarun Pawar Murder Case: कहते हैं कि प्यार कई बार सनकपन बन जाए तो अच्छे-अच्छों को अपराध की ओर धकेल सकता है. ऐसी ही एक शादीशुदा महिला ने प्यार पाने के लिए अपने पति को इग्नोर करके जीजा के साथ अफेयर किया. जब इससे भी मन नहीं भरा तो जीजा के साथ ही एक और पुरुष को दोस्त बनाया. फिर तीसरे से अफेयर चलाया. मजे की बात थी कि वह तीनों से बिना किसी दिक्कत के एक ही वक्त में प्रेम में थी. इसके बाद हुआ एक कत्ल और वह महिला अपने जीजा समेत पहुंच गई हवालात के अंदर. क्या है यह कहानी, आइए इस बारे में आपको विस्तार से बताते हैं.


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16 अगस्त की रात को लापता हो गया इंटीरियर इंजीनियर


गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक राजनगर एक्सटेंशन की एक सोसायटी में रहने वाला तरुण पवार नामक इंटीरियर डिजाइनर 16 अगस्त की रात को लापता हो गया. जब बेटे का कुछ पता नहीं चला तो पिता ने थाने में केस दर्ज करवाई. पुलिस ने कॉल डिटेल निकलवाई तो पता चला कि आखिरी बार तरुण को एक अनजान नंबर से फोन आया था, जिसके बाद वह लापता हो गया. जांच में पता चला कि घटना के बाद से वह फोन नंबर बंद चल रहा है. ऐसे में पुलिस की जांच ठहरकर रह गई. 


कॉल डिटेल रिकॉर्ड से मिला पुलिस को सुराग


फिर शक के आधार पर पुलिस ने उन लोगों से पूछताछ शुरू की, जिनसे तरुण फोन पर ज्यादा बात करता था. साथ ही घटना वाले दिन तरुण के फोन की लास्ट लोकेशन और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिए सुराग की तलाश शुरू हुई. आखिरकार पुलिस को एक क्लू मिल गया. पुलिस को पता चला कि एक नंबर पर तरुण की ज्यादा बातचीत होती थी. वह फोन नंबर अंजली का था. तरुण उसके प्यार में पड़ चुका था.


एक साथ तीन पुरुषों के साथ कर रही थी अफेयर!


पुलिस ने गोपनीय तरीके से जांच आगे बढ़ाई तो पता चला कि अंजलि का अपने पति से तलाक चल रहा था और वह अपने जीजा के प्यार में पागल थी. इसके साथ ही उसने मर्डर मामले में एक आरोपी पवन के साथ भी अफेयर चला रखा था. तरुण पवार तीसरा शख्स था, जिसके साथ वह प्रेम की पींगें आगे बढ़ा रही थी. इसके चलते वह अपने जीजा और पवन को इग्नोर करने लगी थी. जिससे दोनों तरुण से खार खाए हुए थे. उन्होंने तरुण को मारने की योजना बनाई और अंजली भी इस काम में उनके साथ हो गई.


बहाने से घर बुलाकर कर दिया मर्डर


गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक इसके लिए योजना बनाकर नई सिम लेकर तरुण पवार को इंटीरियर डिजाइनिंग का काम करने के बहाने एक घर में बुलाया गया. वहां पर अंजली, उसका जीजा, प्रेमी पवन और उसके 4-5 दोस्त मौजूद थे. जब तरुण वहां पहुंचा तो उसे काफी देर तक जमकर पीटा गया. जब पिटाई से तरुण बेहोश हो गया तो गला दबाकर उसका मर्डर कर दिया गया. हत्या के बाद शव को गाड़ी में रखकर बुलंदशहर ले गए. वहां पर दरांती और फावड़े से शव के टुकड़े- टुकड़े कर जंगल, नहर, पोखर, सुनसान इलाके में फेंक दिए गए, जिससे पुलिस कभी भी शव की शिनाख्त न कर सके. इसके बाद आरोपी कार में बैठकर वापस अपने घर आए गए. 


करीब एक हफ्ते की मशक्कत के बाद खुला केस 


करीब एक हफ्ते की मशक्कत के बाद जब पुलिस ने केस का खुलासा किया तो सब हैरान रह गए. डीसीपी सिटी गाजियाबाद राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मामले के मुख्य आरोपी पवन समेत अंजलि और वंश को अरेस्ट कर लिया गया है. जबकि जीते, दीपांशु, अक्षय, अंकुर, अंकित और मनोज अभी फरार हैं. उनकी तलाश की जा रही है. 


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