Fake bomb threats received: देश की विमानन कंपनियों को अक्टूबर महीने में ही उड़ानों में बम होने की 666 फर्जी धमकियां मिलीं जबकि इस साल 14 नवंबर ऐसी कुल धमकियों का आंकड़ा 999 पहुंच चुका है. केंद्र सरकार के आधिकारिक आंकड़ों से ये खुलासा हुआ है. केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि बम की झूठी धमकियों (fake bomb call) के चलते तमाम फ्लाइट्ल के संचालन पर बुरा असर पड़ता है. सिक्योरिटी रि चेक में काफी वक्त लग जाता है. इससे विमानन कंपनियां का शेड्यूल और बिजनेस दोनों प्रभावित होते हैं.


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एक से 14 नवंबर तक 52


केंद्रीय मंत्री ने एक अलग लिखित उत्तर में स्वीकार किया कि तमाम प्रयासों के बावजूद ऐसे मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. इसी साल की बात करें तो हाइटेक उपकरणों, खबरों की सच्चाई का पता लगाने के काम में काफी तेजी आने के बावजूद जनवरी 2024 से 14 नवंबर 2024 के दौरान बम की कुल 999 फर्जी धमकी मिली हैं. केंद्रीय मंत्री द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक कुल धमकियों में से 666 घटनाएं अकेले अक्टूबर में हुईं जबकि बम होने की 52 फर्जी धमकी एक से 14 नवंबर तक मिलीं.


सरकारी कोशिशें जारीं


जानकारी के मुताबिक, सरकार का विचार है कि इस मामले से जुड़े कानूनों में बदलाव किया जाए. ऐसे में ये माना जा रहा है कि सरकार विमान (सुरक्षा) नियम, 2023 में सरकार द्वारा बदलाव किया जा सकता है. कहा जा रहा है कि फर्जी बम की धमकी देने वालों को नो फ्लाई लिस्ट में शामिल किया जा सकता है. इसके अलावा सरकार सुरक्षा संबंधी उपायों की समीक्षा कर रही है और उसे लगातार मजबूत कर रही है. 


अब तक 12 गिरफ्तार


मोहोल ने एक अन्य लिखित उत्तर में बताया कि जनवरी से 14 नवंबर 2024 के दौरान बम की फर्जी धमकी देने के मामले में 256 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और अबतक एक दर्जन गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. (एजेंसी इनपुट)