नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पंजाब के मोगा (Moga) में डीएम ऑफिस पर खालिस्तानी झंडे (Khalistani Flag) फहराने के मामले में 6 खालिस्तानियों के खिलाफ चार्जशीट (Chargesheet) दाखिल की है. ये सभी आरोपी सिख फॉर जस्टिस (Sikh for Justice) नाम की खालिस्तानी समर्थक सस्था से जुड़े हैं.


खालिस्तानी एजेंडे के तहत किया काम


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गौरतलब है कि 14 अगस्त 2020 को इंदरजीत सिंह, जसपाल सिंह और आकाशदीप सिंह ने मोगा डीएम के दफ्तर पर खालिस्तानी झंडा फहराते हुए राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अपमान किया था. ये तीनों खालिस्तानी आंतकी गुरपतवंत सिंह पनुन (Gurpatwant Singh Pannun) और हरप्रीत सिंह के संगठन से जुड़े थे. और इन्हीं के कहने पर पंजाब में खालिस्तानी सोच को बढ़ा रहे थे. तीनों ने दफ्तर पर झंडा फहराने के बाद घटना की फोटो, वीडियो भी बनाई थी जिसे उन्होंने गुरपतवंत सिंह पनुन को भेज दिया था. बाद में इसी वीडियो को भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए इस्तेमाल किया गया था.


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वीडियो के एवज में मिले थे पैसे: NIA


NIA ने अपनी जांच में पाया की वीडियो भेजने के बाद गुरपतवंत सिंह पनुन और हरप्रीत सिंह उर्फ राणा सिंह ने इंदरजीत और जसपाल सिंह को पैसे भी भेजे थे. जिसके बाद NIA ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकी घोषित गुरपतवंत सिंह पनुन और हरप्रीत सिंह समेत 10 खालिस्तानियों के खिलाफ 18 दिसंबर 2020 को चार्जशीट दाखिल की थी. हालांकि ये सभी आतंकी इस समय विदेश में बैठे हैं और वहीं से भारत में बैठकर खालिस्तानी मुहिम को चला रहे हैं.


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