Kerala Crime News: केरल पुलिस ने पांच साल पुराने रेडियो जॉकी राजेश मर्डर केस को सुलझाने का दावा किया है. यह पूरा मामला 2018 का है. पुलिस के राजफाश में जो कहानी सामने आई वो हैरान इस वजह से करती है कि अगर आशनाई की वजह से हत्या को अंजाम दिया गया था तो सुराग खोजने में इतने वर्ष कैसे लगे. सबसे पहले पूरे केस को समझने की जरूरत है. 27 मार्च 2018 को राजेश एक औरत से मिलने के लिए चेन्नई जाने वाले थे जो कतर से आ रही थी लेकिन उसी दिन सुबह में तीन लोगों ने गला घोंट कर मार दिया. आरोप लगा कि महिला के पति ने मर्डर कराया था.


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मुख्य आरोपी अब भी फरार


पांच साल बाद इस केस में तिरुवनंतपुरम कोर्ट ने मुहम्मद सालिह और अप्पुनी को दोषी माना और उम्रकैद की सजा सुनाई. यही नहीं उन दोनों को राजेश के परिवार को 2 लाख चालीस हजार देने होंगे. हालांकि इस मामले में अदालत ने 9  लोगों को बरी भी कर दिया है. इन सबके बीच महिला का पति अब्दुल सत्तार फरार है. पुलिस के मुताबिक सत्तार कतर में है. जहां आर्थिक अपराध में शामिल होने की वजह से यात्रा पर प्रतिबंध लगा हुआ है. अभियोजन पक्ष की तरफ से दलील पेश की गई  है कि सत्तार जोकि दोहा में हेल्थ क्लब चलाता है उसने राजेश को मारने के लिए सालिह को सुपारी दी थी.


पत्नी की बेवफाई की सजा प्रेमी को


पुलिस के मुताबिक बचाव पक्ष की दलील थी कि सत्तार की पत्नी और रेडियो जॉकी रिश्ते में थे. हत्या से ठीक एक दिन पहले राजेश अपने दोस्त कुट्टन के साथ स्थानीय मंदिर में परफॉर्मेंस के बाद मडवूर स्थित रिकॉर्डिंग स्टूडियो में आए थे. कुट्टन पालथी मारकर स्टूडियो के बरामदे में बैठा था जबकि राजेश स्टूडियो में गया. उसी दौरान एक कार आई जिसमें से बदमाश बाहर निकले . उन्होंने पहले कुट्टन को अपनी तरफ खींचा. कुट्टन अपनी जान बचाने के लिए भागा. हत्यारे स्टूडियो के अंदर गए और बेरहमी से राजेश पर हमला कर दिया. पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले राजेश ने दम तोड़ दिया था.