Sexual Assault with Girl Student in School: अमेरिका के एक स्कूल में लड़की के साथ 10 साल तक सेक्सुअल असॉल्ट का मामला सामने आया है. रिपोर्ट के मुताबिक मैनहट्टन पब्लिक स्कूल के एक पूर्व प्रिंसिपल ने एक स्टूडेंट के साथ 10 सालों तक लगातार छेड़छाड़ की और उसे अश्लील मैसेज और ईमेल करके मानसिक रूप से परेशान किया. जब लड़की की उम्र 18 साल होने वाली थी तो उससे पहले आरोपी प्रिंसिपल ने छात्रा के साथ सेक्स की डिमांड रख दी. अब आरोपी प्रिंसिपल पर कोर्ट में मुकदमा चल रहा है, जिसमें दोषी पाए जाने पर उसे 30 साल तक कैद हो सकती है.


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छात्रा का 10 साल तक किया शोषण?


न्यूयार्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित छात्रा वाशिंगटन हाइट्स एक्सपेडिशनरी लर्निंग स्कूल में आठवीं कक्षा में थी, तब उस पर आरोपी प्रिंसिपल ब्रेट किमेल की गंदी नजर पड़ी. वह उसे स्कूल में 'प्रिंसेस' और 'बेबी' कहकर पुकारता. साथ ही स्कूल टाइमिंग के दौरान वह उसे अपनी गाड़ी में बिठाकर बाहर घुमाने ले जाता. इस दौरान वह उसके साथ छेड़छाड़ करता, लेकिन छोटी होने की वजह से लड़की कोई विरोध नहीं कर पाती. 


ओरल सेक्स के लिए डाला दबाव


पीड़ित छात्रा की ओर से कोर्ट में दायर किए गए मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि प्रिंसिपल ब्रेट किमेल ने लगभग हर दिन उसका यौन शोषण किया और ओरल सेक्स करने के लिए दबाव डाला. उसने नए साल की शुरुआत में रोजाना कई अश्लील मैसेज और ईमेल भेजे. साथ ही उसे शर्टलेस सेल्फी भेजने के भी लिए कहा. इस बात का पता चलने पर वर्ष 2012 में छात्रा की बड़ी बहन ने किमेल को उसके अश्लील मैसेजों के बारे में बताते हुए चेतावनी दी. इसके बावजूद वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और छात्रा के 18वें जन्मदिन से ठीक पहले उसके साथ यौन संबंध बनाने का भी प्रयास किया. 


बाकी स्टाफ ने क्यों नहीं लिया एक्शन?


कोर्ट में दायर अर्जी में पीड़ित छात्रा के वकील ने बताया कि प्रिंसिपल यौन शोषण करने में इसलिए सफल हो रहा था कि वहां पर स्टाफ की भारी कमी थी. दूसरी बात, उस स्कूल में सीनियर अधिकरियों की मॉनिटरिंग सही ढंग से नहीं हो रही थी, जिसकी वजह से छात्राओं के उत्पीड़न के बारे में वे जान नहीं पाए. तीसरी और अहम बात, स्कूल में काम करने वाले स्टाफ को सही ट्रेनिंग नहीं थी, जिसके चलते वे प्रिंसिपल की अश्लील हरकतों को भी सामान्य तौर पर लेते हुए इग्नोर करते जा रहे थे. 


छात्रा ने कोर्ट में दायर किया मुकदमा


प्रिंसिपल किमेल वर्ष 2015 में 182,844 डॉलर कमाकर स्कूल छोड़ दिया. वह अब मैरीलैंड में रहता है और फ्लोरिडा में एक एजुकेशन कंसलटेंट के रूप में काम करता है. पीड़िता की वकील जूलिया कुआन ने द पोस्ट वेबसाइट को बताया कि महिला ने यह मुकदमा इसलिए करने का फैसला किया ताकि किमेल दोबारा ऐसी हरकत किसी और लड़की से करने की हिम्मत न कर सके. कुआन ने कहा कि पीड़िता ने घटना के दौरान पुलिस में मामले की शिकायत नहीं की लेकिन अब वह आरोपी से हर्जाना चाहती है. वहीं अपने वकील एलन सैश के जरिए कोर्ट में भिजवाए गए जवाब में किमेल ने यौन शोषण के सभी आरोपों से इनकार कर दिया और अनुरोध किया कि मामले को अदालत में खारिज कर दिया जाए.