MP Faizan Tricolor Salute News: भारत में रहने वाले अगर पाकिस्तान समर्थित नारे लगाएं तो,उनके साथ क्या किया जाना चाहिए? अगर ये सवाल हम आपसे पूछें, तो आप इस पर क्या कहेंगे? यकीनन आप ऐसे लोगों को देशद्रोही, पाकिस्तान परस्त और ना जाने क्या कहेंगे और जेल में डालने की बात करेंगे. मध्यप्रदेश के भोपाल में फैज़ान नाम के एक शख्स का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उसने पाकिस्तान समर्थित और भारत विरोधी नारे लगाए थे. फैज़ान को उसके किए की एक अनोखी सज़ा मिली है.


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वायरल वीडियो में फैजान बोला था 'पाकिस्तान जिंदाबाद'


फैज़ान ने कुछ महीने पहले अपने वायरल वीडियो में पाकिस्तान जिंदाबाद बोला था. यही नहीं उसने भारत विरोधी नारा भी लगाया था. इसका ये वीडियो बहुत वायरल हुआ. मामला कोर्ट कोर्ट पहुंचे तो फैज़ान खान को जेल हो गई. कोर्ट ने उसकी जमानत के लिए उसे एक अनोखी सज़ा दी. सज़ा के बाद फैज़ान पूरी तरह बदल गया. अब वो कहता है, हिंदुस्तान जिंदाबाद था, जिंदाबाद है और जिंदाबाद रहेगा. यही नहीं वो जोर से बोलता है कि 'भारत माता की जय.'



फैज़ान खान वैसे  सामान्य इंसान हैं. कुछ महीने पहले दोस्तों ने जोश दिलावा दिया, तो पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने लगे. ज्यादा जोश में आकर भारत विरोधी नारे भी बोलने लगे. उनका ये वीडियो ऐसा वायरल हुआ और फैज़ान की रील वाला सारा वायरल फीवर उतर गया. भारत विरोधी नारे का मामला, कोर्ट पहुंचा तो फैज़ान खान को ऐसी सज़ा मिली कि अब फैज़ान खान भारत माता की जय का रट्टा लगाए हुए हैं.


हाईकोर्ट ने खास शर्त के साथ दी जमानत


मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने देश विरोधी नारे लगाने के मामले में, फैज़ान को जमानत तो दी, लेकिन एक खास शर्त के साथ. शर्त ये थी कि केस खत्म होने तक फैज़ान को हर महीने 2 बार तिरंगे को 21 बार सलामी देनी होगी. 21 सलामी देते वक्त फैज़ान को 'भारत माता की जय' का नारा लगाना होगा. अब फैज़ान खान हर महीने के पहले और चौथे मंगलवार को सलामी दे रहा है.


आज मंगलवार है, इसीलिए फैज़ान खान तिरंगे को सलामी देने और भारत माता की जय का नारा लगाने के लिए मिसरोद थाने में पहुंचा था. फैज़ान ने जब तिरंगे को सलामी दी और देशभक्ति से ओतप्रोत नारे लगाए. तो उसके बाद हमने उससे बात की. हमसे बातचीत में उसने अपनी गलती भी मानी. हाईकोर्ट के आदेश का पालन सुनिश्चित हो, इसके लिए मिसरोद थाने को जिम्मेदारी दी गई है. उनकी निगरानी में ही फैज़ान तिरंगे के सलामी देने आएगा.


अब महीने में 2 बार तिरंगे को देता है सलामी


जोश जोश में चने के झाड़ पर चढ़ जाने वाले ही अक्सर इस तरह के मामलों में फंस जाते हैं. हाईकोर्ट ने फैज़ान खान के मामले को इसी तरह देखा. शायद यही वजह है कि जमानत की शर्त ही सही, लेकिन सुधार के लिए फैज़ान में देशभक्ति जगाने का प्रयास किया गया. फैज़ान को देखकर लगता तो यही है कि वो समझने लगा है.