Career: इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में करियर बनाना कितना फायदेमंद? यहां जानें क्या चाहिए इसके लिए योग्यता
Investment Banking: इन्वेस्टमेंट बैंकर की मुख्य जिम्मेदारी अपने कस्टमर्स को इन्वेस्टमेंट पर सूचित करना और उन्हें बढ़ाने में मदद करना है. ब्रोकर्स और एडवाइजर के बीच एक ब्रिज का काम करते हैं. इन्वेस्टमेंट बैंकर की और भी जिम्मेदारियां होती हैं.
How To Become Investment Banker: अगर आपको बैंकिंग या फाइनेंस सेक्टर में दिलचस्पी है, तो आपके लिए इन्वेस्टमेंट बैंकर की जॉब एक अच्छा करियर हो सकती है. इस क्षेत्र में आप कैसे करियर बना सकते हैं और इसके लिए क्या-क्या योग्यताएं चाहिए. साथ ही इन्वेस्टमेंट बैंकर की क्या-क्या जिम्मेदारियां होती हैं. अगर आप इन सबके बारे में जानना चाहते हैं कि तो ये पूरा आर्टिकल जरूर पढ़िए.
ये होनी चाहिए क्वालिफिकेशन
इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में करियर बनाने के लिए आपके पास बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन या फाइनेंस में बैचलर्स डिग्री होना जरूरी है. ज्यादातर कंपनियां उन कैंडिडेट्स को प्रायरिटी देती है, जिनके पास इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में मास्टर डिग्री, एमबीए, फाइनेंस, सीए, कॉस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटेंसी , कंपनी सेक्रेटरी या सीएफए की डिग्री होती है.
जानिए क्या है इन्वेस्टमेंट बैंकिंग
एक इन्वेस्टमेंट बैंक एक कमर्शियल और रिटेल बैंक से अलग है, क्योंकि ये जमा स्वीकार नहीं करते. ये बैंक निजी कंपनी है जो निगमों, व्यक्तियों और सरकारों को फाइनेंस और अन्य सेवाओं से संबंधित सेवाएं प्रोवाइड करती हैं. कस्टमर्स के एजेंट के तौर पर व्यवहार करके वित्तीय पूंजी जुटाने जैसी सेवाएं प्रदान की जाती है. यह मेजर्स और एक्यूजेशन (एम एंड ए) में शामिल कंपनियों को भी सुविधा देते हैं. अपने सहायक क्षेत्रों जैसे डेरिवेटिव और इक्विटी सिक्योरिटीज, मार्केट मेकिंग और एफआईसीसी सेवाओं के व्यापार में मददगार होते हैं.
जानिए कौन होते हैं इन्वेस्टमेंट बैंकर
किसी भी सरकारी या प्राइवेट कंपनी में इन्वेस्टमेंट बैंकर की अहम भूमिका निभाते हैं. इन्हें कंपनी से जुड़े फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन लेनदेन, फंड लोन स्टे, फाइनेंशियल करेक्शन, कंपनी पूंजी संबंधी दिक्कतों को हल करना होता है. इन्वेस्टमेंट बैंकर अपने कस्टमर्स को लोन दिलाने से लेकर इन्वेस्टमेंट करने और टीम के साथ कंपनी की फाइनेंशियल प्रोफाइल भी बनाते हैं.
इन्वेस्टमेंट बैंकर के काम
कस्टमर्स के लिए लेन-देन बनाए रखने के लिए सलाहकार और व्यापार प्रबंधकों के बीच संपर्क करना.
अनुकूल नियमों और शर्तों पर बातचीत करने के लिए लोन स्ट्रक्चर, डील और कॉर्पोरेट फाइनेंस ग्रुप के साथ इंटरफ़ेस को जोड़ना.
इक्विटी और फिक्स्ड इनकम के लिए इक्विटी कैपिटल मार्केट या डेब्ट कैपिटल मार्केट का एनालिसिस करके मार्केट की स्थिति का रिकॉर्ड रखना.
कैपिटल मार्केट में न्यू डील्स स्थापित करने के लिए अलायन्स और अधिग्रहण का काम.
कंपनी के फाइनेंशियल मामलों को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोन फंड के लिए क्लाइंट के साथ मीटिंग करते है.
पूंजी निर्माण, मूल्यांकन और जोखिम प्रबंधन में एडवाइजर के तौर पर एसेट्स, सिक्योरिटीज और करेंसी में ट्रांजैक्शन मैनेज करना.
इंस्टीटूशनल इन्वेस्टर्स को स्पेशल बांड्स और सिक्योरिटी के बारे में जानकारी देना.
सैलरी
शुरुआत में 35-40 हजार महीने सैलरी मिलती है. अनुभव बढ़ने के बाद आप 60-70 हजार रुपये महीने कमा सकते है. अच्छा अनुभव होने पर मल्टी नेशनल कंपनी में इंवेस्टमेंट बैंकर को 1 लाख से ज्यादा पर मंथ का सैलरी पैकेज मिलता है.