टाटा के हाथों में आने के बाद से एयर इंडिया में काफी कुछ बदल गया है. विमान के इंटीरियर से लेकर स्टाफ स्ट्रक्चर तक. लेकिन टाटा के साथों में प्रबंधन आने के बाद से एयर इंडिया की फ्लाइट सेवाएं अलग-अलग वजहों से चर्चा में रहने लगी है.
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Air India Flight: टाटा के हाथों में आने के बाद से एयर इंडिया में काफी कुछ बदल गया है. विमान के इंटीरियर से लेकर स्टाफ स्ट्रक्चर तक. प्रबंधन बदलने के बाद से एयर इंडिया की फ्लाइट सेवाएं अलग-अलग वजहों से चर्चा में रहने लगी है. कभी खाने में कीड़ा मिलने की वजह से तो कभी स्टाफ की नाराजगी को लेकर यह एयरलाइंस सूर्खियों में बनी रहती है. इस बार तो हद ही हो गई. एयर इंडिया की एक फ्लाइट को रास्ते में ही छोड़कर पायलट घर चले गए, क्योंकि उनका ड्यूटी टाइम पूरा हो गया था.
रास्ते में फ्लाइट और यात्रियों को छोड़ चले गए पायलट
पेरिस से नई दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-2022 को कोहरे की वजह से जयपुर डायवर्ट कर दिया गया. फ्लाइट की जयपुर एयरपोर्ट पर लैंडिंग करवा दी गई. लैंडिंग के बाद जब मौसम ठीक हुआ तो फिर से विमान को दिल्ली ले जाने की बात हुई, लेकिन पायलटों ने फ्लाइट को उड़ाने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि उनकी ड्यूटी के घंटे पूरे हो गए हैं.
ड्यूटी के घंटे पूरे हो गए
180 यात्रियों के साथ एयर इंडिया की फ्लाइट AI-2022 ने रविवार रात 10 बजे पेरिस से उड़ान भरी, सुबह 10.35 बजे उसे दिल्ली के इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर लैंड होना था, लेकिन प्रदूषण और कोहरे की वजह से विजिबिलिटी कम होने के चलते फ्लाइट को दोपहर साढ़े 12 बजे जयपुर एयरपोर्ट पर उतारा गया. जयपुर एयरपोर्ट पर लैंड होने के बाद जब विमान दिल्ली के लिए फिर से लैंडिंग के लिए अप्रूवल का इंतजार कर रहा था तो पायलटों ने ड्यूटी के घंटे पूरे होने का हवाला देकर आगे उड़ान भरने से इनकार कर दिया.
बस से दिल्ली भेजे गए यात्री
पायलटों के इनकार के बाद वहां अफरा-तफरी की स्थिति बन गई. यात्रियों को करीब 5 घंटे तक एयरपोर्ट पर फंसे रहे. आखिर में उन्हें बस के जरिए सड़क के रास्ते जयपुर से दिल्ली पहुंचाया गया. इस पूरे घटनाक्रम पर फिलहाल एयर इंडिया की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने एयर इंडिया पर खूब निशाना साधा. एयर इंडिया के खराब मेनेंजमेंट पर सवाल उठाए. बता दें कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के नियम के मुताबिक पायलटों के लिए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन तय किया गया है. उन्हें पर्याप्त आराम और थकान से जुड़े सुरक्षा के मुद्दों को तय किया गया है.