CBSE 10th-12th Marks Evaluation: इस साल सीबीएसई (CBSE) की कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन 2 टर्म में किया गया था. छात्रों के लिए इन दो टर्म में पाठ्यक्रम को 50-50 प्रतिशत में विभाजित कर दिया गया था. इसके अलावा इसमें इंटरनल मार्क्स भी 50-50 प्रतिशत के अनुसार ही विभाजित किए गए थे. 


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बता दें कि 100 मार्क्स के पेपर में इंटरनल इवैल्यूएशन या प्रैक्टिकल मार्क्स के लिए 20 अंक तय किए गए हैं. बाकी टर्म - 1 का  थ्योरी पेपर 40 अंकों का हुआ था और इंटरनल इवैल्यूएशन के 10 अंक अलग से रखें गए थे. इसी प्रकार टर्म - 2 के मामले में भी यही नियम अपनाए गए हैं. हालांकि, यह स्प्लिट हर विषय में अलग-अलग होता है. कुछ पेपर्स में 70:30 का स्प्लिट, कुछ में 60:40 का स्प्लिट तो किसी विषय में 50:50 का स्प्लिट भी होता हैं. 


सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि वेटेज फॉर्मूला केवल टर्म 1 और टर्म 2 परीक्षा में छात्रों द्वारा प्राप्त किए गए थ्योरी अंकों पर ही लागू होगा. ये फॉर्मुला इंटरनल इवैल्यूएशन या प्रैक्टिकल मार्क्स पर लागू नहीं किया जाएगा. छात्रों को दिए जाने वाले इंटरनल इवैल्यूएशन या प्रैक्टिकल मार्क्स अंतिम अंक के रूप में जोड़े जाएंगे.


कक्षा 10वीं व 12वीं के छात्रों के मार्क्स का कैल्कुलेशन किस प्रकार किया जाएगा, उसे एक उदाहरण के साथ समझते हैं. मान लीजिए कि टर्म 1 के लिए वेटेज 30% है और टर्म 2 के लिए वेटेज 70% है. 80:20 थ्योरी और इंटरनल स्प्लिट के अनुसार टर्म 1 का पेपर कुल 40 अंकों का होता और टर्म 2 भी 40 अंकों का ही होता है. ऐसे में मान लेते हैं कि छात्र ने थ्योरी और इंटरनल इवैल्यूएशन में निम्नलिखित अंक प्राप्त किए हैं. 


Type of Paper Term 1 Term 2
Theory 35 37
Internal 10 10

अब मार्क्स का कैल्कुलेशन कुछ इस प्रकार होगा.


  Term 1 Term 2
Total Theory Marks 40 40
%Weightage 30% of 80 = 24 70% of 80 = 56
Marks Scored 35 37
Calculated Marks 35/40x24 = 21 37/40x56 = 51.8
Internal 10 10

अब कुल मार्क्स का कैल्कुलेशन कुछ इस प्रकार किया जाएगा. जैसे - टर्म 1 थ्योरी मार्क्स + टर्म 2 थ्योरी मार्क्स + टर्म 1 इंटरनल मार्क्स + टर्म 2 इंटरनल मार्क्स. ऐसे में इसका मतलब होगा कि उस विषय में कुल 21+51.8+10+10 = 92.8 या 93 अंक दिए जाएंगे.