CBSE Pre-Board Exam 2023: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की तरफ से इस साल कक्षा 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा लगभग 15 फरवरी के आसपास शुरू हो जाएगी. हालांकि, बोर्ड की परीक्षा शुरू होने से पहले उसकी तैयारी के लिए हर साल की तरह प्री-बोर्ड का आयोजन किया जाएगा. सीबीएसई के प्री-बोर्ड एग्जाम 15 दिसंबर से शुरू हो रहे हैं. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि आप कैसे प्री-बोर्ड के साथ-साथ बोर्ड एग्जाम की तैयारी भी कर सकते हैं. साथ ही तैयारी के दौरान आप कैसे 40:20 के फॉर्मुले का इस्तेमाल कर समय से पहले बेहतरीन तरीके से अपनी तैयारी कर सकते हैं. 


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1. आज ही सेट करें डेली बेसिस टारगेट 
सीबीएसई की प्री-बोर्ड और मेन बोर्ड की परीक्षाएं आने वाले 90 दिनों के अंतर्गत ही आयोजित की जाएंगी. इसलिए ऐसे में जरूरी है कि आप अपने हर एक दिन के लिए एक टारगेट सेट करें. अगर आप सभी सब्जेक्ट के चैप्टर्स को यूनिट वाइस पढ़ लेते हैं तो आपको आखिरी समय में पढ़ाई का कोई प्रेशर नहीं रहेगा और आपका सिलेबस भी बोर्ड एग्जाम से पहले ही खत्म हो जाएगा.


2. प्री-बोर्ड को हल्के में ना लें
छात्रों को एक सबसे अहम सलाह यह भी है कि वे प्री-बोर्ड को हल्के में ना लें. अक्सर प्री-बोर्ड में पूछे गए अधिकतर सवाल डायरेक्ट बोर्ड एग्जाम में पूछ लिए जाते हैं. इसके अलावा प्री-बोर्ड की परीक्षा का पैटर्न और मार्किंग स्कीम बिल्कुल मेन एग्जाम की तरह ही होती है, इसलिए प्री-बोर्ड आपको बोर्ड यह बताता हैं कि आप बोर्ड की मेन परीक्षा के लिए कितने तैयार है और कितने नहीं.


3. कॉलेज पहुंचने के लिए आज ही छोड़े इनका साथ
आप चाहें पढ़ने के लिए कितना भी अच्छा टाइम-टेबल क्यों ना बना लें, लेकिन अगर आप सोशल मीडिया व मोबाईल फोन से दूरी नहीं बनाएंगे, तो यह निश्चित है कि आप अपना रोजाना का टारगेट कभी भी अचीव नहीं कर पाएंगे. आप पूरे दिन में अपना ज्यादातक समय सोशल मीडिया पर बिता कर अपनी जिंदगी के सबसे कीमती समय को बर्बाद कर देंगे. बता दें कि यह मोबाइल और सोशल मीडिया कहीं नहीं जाएगा, लेकिन एक बार आप बोर्ड एग्जाम में अच्छे मार्क्स नहीं ला पाए तो आप शायद जिंदगी भर कभी किसी कॉलेज में कदम भी नहीं रख पाएंगे. 


4. आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस ही बनाएगी टॉपर  
छात्रों से अनुरोध है कि वे अभी से आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करें. क्योंकि बोर्ड की ओर से हर एक प्रश्न के लिए के लिए अलग-अलग मार्क्स अलॉट किए जाते हैं. ऐसे में अगर आप वर्ड लिमिट और टाइम लिमिट को मैनेज करना नहीं सीखेंगे तो निश्चित है कि आप परीक्षा में पूरा पेपर अटेंप्ट भी नहीं कर पाएंगे. वहीं कई बार आपको उन प्रश्नों को भी अटेंप्ट ना करने के लिए पछताना पड़ सकता है, जो शायद आपको अच्छे से आते हों. इसलिए अभी से रोजाना आंसर राइटिंग के लिए समय निकालें.


5. इस फॉर्मुले से बिना थके होगी एग्जाम की तैयारी
हम समझते हैं कि लगातार कई घंटों तक पढ़ाई कर पाना बेहद मुश्किल होता है. इसलिए आज हम आपको एक ऐसा फॉर्मुला बता रहे हैं, जिसके जरिए आप बिना थके लगातार पढ़ाई करते हुए अपना डेली टारगेट अचीव कर सकेंगे. दरअसल, वो फॉर्मुला है 40:20 का. इसके अनुसार आप 40 मिनट की पढ़ाई के बाद 20 मिनट का ब्रेक जरूर लें. इससे आपका माइंड रिफ्रेश होगा और अगले सेशन के लिए भी पूरी तरह से एक्टिव रहेंगे और आपको आपके जवाब भी लंबे समय तक याद भी रहेंगे.