Indian Railway Fact: आपने ना जाने कितनी ही बार ट्रेन से सफर किया होगा. सफर के दौरान आपने कई चीजें एक्सपीरियंस भी की होंगी, उन्हीं एक्सपीरियंस को अगर आप ध्यान करें, तो आपको एहसास होगा कि पूरे सफर के दौरान आपको ट्रेन के ठक-ठक की आवाज सुनने को मिली होगी. लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है कि आखिर ट्रेन से वो ठक-ठक की आवाज आखिर कहां से और क्यों आती है? अगर आप नहीं जानते कि वो आवाज कहां से आती है, तो कोई बात नहीं आज हम आपको विस्तार से बताएंगे कि ट्रेन से आने वाली ठक-ठक की आवाज आखिर कहां से और क्यों आती है. 


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दरअसल, ट्रेन से ठक-ठक की आवाज ट्रेन के पहिए से आती है. लेकिन ठक-ठक की आवाज उसी वक्त आती है, जब ट्रेन का पहिया रेलवे ट्रैक के जॉइंट के ऊपर से गुजरता है. आसान भाषा में कहें, तो जिस जगह दो पटरियां एक दूसरे से जुड़ी होती है, उस जगह से जब ट्रेन का पहिया गुजरता है तब आपको ठक-ठक की आवाज सुनाई देती है.


दरअसल, जब ट्रेन का पहिया ट्रैक के जॉइंट हिस्से के ऊपर से गुजरता है, तब वह थोड़ा सा झुक जाता है और साथ ही ट्रैक का जॉइंट वाला हिस्सा ऊपर नीचे भी होने लगता है. इसी कारण से ट्रेन का पहिया ट्रैक से टकराता है और उसमें से ठक-ठक की आवाज आती है. 


इसके अलावा आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, ट्रेन की पटरी के जॉइंट के नीचे एक बेस भी लगाया जाता है. लेकिन आप देखेंगे कि इस जगह पटरी बराबर बैलेंस नहीं होती है. इसलिए भी ट्रेन जब इस जॉइंट के ऊपर से गुजरती है, तो आपको ठक-ठक की आवाज सुनने को मिलती है. अब ऐसे में आप जब भी ट्रेन से सफर करेंगे और आपको ट्रेन से ठक-ठक की आवाज सुनने को मिले, तो आप समझ जाइयेगा कि आपकी ट्रेन पटरियों के जॉइंट के ऊपर से गुजर रही है.