Knowledge: कैसे बदला जाता है धर्म? जानें भारत में इसको लेकर क्या है कानून
How To Change Religion in India: भारत में धर्म परिवर्तन को लेकर कानून हैं. यहां जानें इंडियन सिटिजन किस तरह धर्म बदल सकते हैं?
नई दिल्ली: How To Change Religion: उत्तर प्रदेश स्थित शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने 6 दिसंबर को अपना धर्म और नाम परिवर्तन कर लिया. उन्होंने सनातन धर्म अपनाया और अपना नाम जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी कर लिया. गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर में उन्होंने सनातन धर्म ग्रहण किया. ऐसे में यहां जानें धर्म कैसे बदला जाता है? और इंडिया में इसे लेकर क्या कानून हैं?
धर्म बदलने के तरीके?
इंडिया में धर्म दो तरीकों से बदला जा सकता है. कानूनन धर्म परिवर्तन और धार्मिक धर्म परिवर्तन. भारत में कई धर्म हैं, उन सभी में धर्म बदलने की प्रक्रिया अलग-अलग है. यहां हम बताने जा रहे हैं धर्म परिवर्तन के कानूनी तरीके के बारे में. साथ ही इंडिया के वो कौन से राज्य हैं, जहां धर्म परिवर्तन पर रोक लगी है.
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कानूनी तरीका
धर्म परिवर्तन का एफिडेविट/शपथपत्र बनवाया जाता है. जिसे कोर्ट में वकील द्वारा बनवाया जाता है.
शपथपत्र में नया नाम, धर्म और घर का पता लिखना होता है.
एड्रेस प्रूफ के साथ सरकारी आईडी कार्ड की फोटोकॉपी भी जमा करवानी होती है.
इन डॉक्यूमेंट्स की नोटरी भी करवानी होती है.
इन सब के बाद नेशनल डेली न्यूज पेपर में अपने धर्म परिवर्तन का विज्ञापन पब्लिश करवाया जाता है.
गजट ऑफिस में अप्लाई कर नाम परिवर्तन की जानकारी सरकरी तौर पर दर्ज होती है.
60 दिनों की इस प्रोसेस के बाद नया नाम और धर्म गजट में रजिस्टर्ड हो जाता है.
गजट में बदला हुआ नाम और धर्म आते ही प्रक्रिया पूरी हो चुकी होती है.
कानूनी रूप से धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया धार्मिक तरीके के मुकाबले सिंपल है.
जबरदस्ती धर्म परिवरर्तन पर क्या है कानून
भारतीय संविधान के अनुसार भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, ऑफिशियली इस देश का कोई धर्म नहीं है. इस देश में रहने वाला कोई भी व्यक्ति किसी भी धर्म का पालन कर सकता है. व्यक्ति अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन कर सकता है. लेकिन जबरदस्ती किसी और के द्वारा धर्म परिवर्तन करना कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है. देश में धर्म बदलने को लेकर ये प्रावधान भी हैं.
कोई भी व्यक्ति अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन कर सकता है.
कोई भी व्यक्ति किसी को डरा-धमका कर या लालच देकर धर्म परिवर्तन नहीं करवा सकता. गुनहगार को जेल भी भेजा जा सकता है.
आम तौर पर शादी के बाद कई लोग धर्म परिवर्तन करते हैं.
कई लोग अपनी सोच और विचारधारा के चलते भी धर्म परिवर्तन करते हैं.
किन राज्यों में लगी है रोक?
देश के सात राज्य ऐसे हैं, जहां, धर्म परिवर्तन के खिलाफ बिल पारित हुआ है. इनमें ओडिशा, गुजरात, छत्तीसगढ, हिमाचल प्रदेश और अब मध्य प्रदेश में इसके खिलाफ कानून लागू हैं. झारखंड में भी जबरन धर्म परिवर्तन करने वालों के खिलाफ एक बिल विधानसभा में लाया गया है.
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