MP Board: राज्य के सभी स्कूलों में बोर्ड के पैटर्न पर आयोजित की जाएगी 5वीं और 8वीं की परीक्षा: CM शिवराज सिंह चौहान
MP Board Exam: सीएम शिवराज सिंह चौहान स्कूल शिक्षा और जनजातीय कार्य विभाग द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए थे. सीएम ने 15,000 नवनियुक्त शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर आयोजित करने की बात कही. पढ़ें पूरी खबर...
MP Board Exam 2022: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के नौनिहालों की शिक्षा को बड़ा ऐलान किया. घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सरकारी स्कूलों के साथ-साथ सरकारी मान्यता प्राप्त सभी अशासकीय और अनुदान प्राप्त स्कूलों में 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर आयोजित की जाएंगी. उन्होंने यह भी कहा कि साथ ही इन स्कूलों में आंतरिक मूल्यांकन भी नियमित रूप से सुनिश्चित कराया जाएगा.
दरअसल, सीएम शिवराज सिंह चौहान बीएचईएल दशहरा मैदान में स्कूल शिक्षा और जनजातीय कार्य विभाग द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए थे. सीएम ने 15,000 नवनियुक्त शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर आयोजित करने की बात कही. हालांकि, उन्होंने इन परीक्षाओं के पैटर्न के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी.
बच्चों का भविष्य गढ़ने का दायित्व शिक्षकों पर हैः सीएम
सीएम शिवराज सिंह ने कहा, "बच्चों का भविष्य गढ़ने का दायित्व शिक्षकों पर है. शिक्षक बच्चों को जैसा गढ़ेंगे, देश और प्रदेश का निर्माण वैसा ही होगा. भारत के भाग्यविधाता विद्यार्थी हैं और विद्यार्थियों के निर्माता शिक्षक हैं. शिक्षकों के सम्मान और उन्हें प्रणाम करने के उद्देश्य से ही आज का यह कार्यक्रम किया गया है. राज्य शासन शिक्षकों का मान-सम्मान बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा. विद्यार्थियों की प्रतिभा के सम्पूर्ण प्रकटीकरण का दायित्व शिक्षकों पर है. शिक्षक नौकर नहीं, बच्चों का भविष्य गढ़ने वाले गुरू हैं. उनके मार्गदर्शन और उनके द्वारा दी गई शिक्षा का ही परिणाम होता है कि व्यक्ति, समाज के पथ प्रदर्शन में सक्षम हो पाता है."
शिक्षक यह प्रण लें कि उनके विद्यार्थी देश भक्त बनेः सीएम
सीएम शिवराज सिंह ने कहा, "ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार देना शिक्षा के मुख्य उद्देश्य हैं और विद्यार्थियों को नागरिकता के संस्कार देना सर्वाधिक महत्वपूर्ण है. शिक्षक यह प्रण लें कि उनके विद्यार्थी, देश भक्त, चरित्रवान, ईमानदार, कर्त्तव्य परायण, दूसरों की चिंता करने वाले, बालिकाओं और महिलाओं के प्रति सम्मान रखने वाले, माता-पिता का आदर करने वाले और असहाय की सहायता करने वाले बनेंगे."
विद्यार्थियों को उनकी भाषा में शिक्षा देना जरूरी हैः सीएम
सीएम ने कहा, "विद्यार्थियों को उनकी भाषा में शिक्षा देना जरूरी है. इससे उनकी स्वाभाविक प्रतिभा प्रकट होती है. अपनी भाषा के गौरव को स्थापित करना जरूरी है. हमें बच्चों को अंग्रेजी के भय से मुक्त करने की दिशा में भी कार्य करना है."
5वीं और 8वीं में बोर्ड परीक्षाओं को खत्म कर दिया
अगले साल शैक्षणिक सत्र से पांचवी और आठवीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर आयोजित की जाएगी. उल्लेखनीय है कि वर्तमान में राज्य में केवल 10वीं और 12वीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर आयोजित की जा रही है बता दें कि भाजपा सरकार ने 2008 में पांचवीं और आठवीं में बोर्ड परीक्षाओं को खत्म कर दिया था.