NEET Preparation: अगले सेशन में चाहिए MBBS, BDS में सिलेक्शन, सफलता पाने के लिए इन टिप्स को करें फॉलो
NEET Preparation: मेडिकल की पढ़ाई के लिए पिछले साल नीट के लिए लगभग 15 लाख स्टूडेंट्स ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी. इस संख्या से आप कॉम्पिटिशन का अंदाजा लगा सकते हैं. यहां जानें इसमें बेहतर स्कोर करने के टिप्स...
NEET Preparation Tips 2023: साइंस स्ट्रीम से आने वाले ऐसे स्टूडेंट्स जो एमबीबीएस और बीडीएस की पढ़ाई करना चाहते हैं, वे नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (NEET) में हिस्सा लेते हैं. भारत में मेडिकल की पढ़ाई में एडमिशन के लिए यह प्रतियोगी परीक्षा क्रैक करना जरूरी है. हर साल लाखों स्टूडेंट्स इसके लिए रजिस्ट्रेशन कराते हैं. हालांकि, जरूरी नहीं की सभी को इसमें सफलता मिले. 11वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स जो नीट देना चाहते हैं वे भी से अपनी तैयारी शुरू कर दें. यहां हम आपको नीट की तैयारी के लिए कुछ जरूरी टिप्स (NEET Preparation Tips) बता रहें हैं.
नीट परीक्षा की जानकारी जुटा लें
आपके पास किसी भी परीक्षा की तैयारी से पहले उसकी डिटेल जानकारी होना जरूरी है. इस साल नीट देने वाले स्टूडेंट्स को पहले ही पेपर पैटर्न, प्रश्नों और जरूरी किताबों की जानकारी जुटा लेना चाहिए. इससे तैयारी प्रोसेस आसान हो जाती है.
जरूरी है पेपर पैटर्न समझना
पेपर पैटर्न को जानने और समझने के लिए लास्ट ईयर के प्रश्न-पत्रों को पढ़ लें. इससे आपके लिए यह जानना बहुत आसान रहेगा कि परीक्षा में किस तरह के सवाल पूछे जाते हैं. ऐसा करने से आपको यह भी आइडिया हो जाएगा कि किस सब्जेक्ट से कैसे और कितने सवाल पूछे जाते हैं.
टाइम टेबल बनाएं
अगर 11वीं या 12वीं की पढ़ाई के साथ नीट की तैयारी करना चाहते हैं तो पढ़ाई का टाइम टेबल बनाना जरूरी है, क्योंकि आपको नीट के साथ ही स्कूली परीक्षा की तैयारी भी करनी होगी. इससे आप दोनों परीक्षाओं की तैयारी को बराबर समय दे सकेंगे.
एनसीईआरटी से करें शुरुआत
अक्सर नीट टॉपर्स बताते हैं कि एग्जाम में सवाल एनसीईआरटी के सिलेबस से पूछे जाते हैं. अगर आपको नीट की तैयारी एनसीईआरटी से ही शुरू करनी चाहिए, क्योंकि ये सभी परीक्षाओं का बेस है और इसकी तैयारी से आगे से ज्यादा प्रश्न सॉल्व किए जा सकते हैं.
हल करें पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्र
पिछले 10 वर्षों के प्रश्न-पत्रों को सॉल्व करने की प्रैक्टिस से आप बेहतर तैयारी कर सकेंगे. इससे ये जान पाएंगे कि कौन-से विषय ज्यादा जरूरी हैं और किस सेक्शन से ज्यादा सवाल पूछे जा रहे हैं. साथ ही आप यह भी जान पाएंगे कि कितने समय में आप पेपर सॉल्व कर पा रहे है.