कहानी उस शख्स की जिसने रोप दिए 2 करोड़ 30 लाख पेड़, हरियाली को समर्पित किया जीवन
पीपल बाबा का जन्म 26 जनवरी 1966 को हुआ था. पीपल बाबा पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार मुहल्ले के पॉकेट 4 में रहते हैं. अपनी टीचर से प्रभावित होकर वो 10 साल के उम्र से आज तक हर रोज पेड़ लगा रहे हैं. इसके अलावा वह हरित क्रांति, श्वेत क्रांति के तर्ज पर देश में पेड़ों की संख्या बढ़ाने के लिए देशव्यापी `हरियाली क्रांति` अभियान भी चला रहे हैं.
नई दिल्ली. आज हम अपना 73 वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं. भारत में संविधान को लागू हुए आज 72 वर्ष पूरे हो चुके हैं. 26 जनवरी को हम झंडा फहराते हैं और देश की आजादी के लिए शहीद हुए जवानों को याद करते हैं. इसके अलावा भी इस दिन से कई चीजें जुड़ी हैं, जिनका जिक्र करना जरूरी है. इसी क्रम में आज हम एक ऐसे शख्स की कहानी बता रहे हैं, जो अब तक 2 करोड़ 30 लाख पेड़ रोप चुके हैं. उन्होंने अपने इस अभियान की शुरुआत 26 जनवरी के ही दिन से की थी. इस कारनामें के लिए उन्हें लोग पीपल बाबा के नाम से जानते हैं...
26 जनवरी को हुआ था पीपल बाबा का जन्म
पीपल बाबा का जन्म 26 जनवरी 1966 को हुआ था. पीपल बाबा पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार मुहल्ले के पॉकेट 4 में रहते हैं. अपनी टीचर से प्रभावित होकर वो 10 साल के उम्र से आज तक हर रोज पेड़ लगा रहे हैं. इसके अलावा वह हरित क्रांति, श्वेत क्रांति के तर्ज पर देश में पेड़ों की संख्या बढ़ाने के लिए देशव्यापी 'हरियाली क्रांति' अभियान भी चला रहे हैं.
प्लांटेशन को बनाया प्रोफेशन
'हरियाली क्रांति' अभियान को सफल बनाया जा सके, इसलिए पीपल बाबा ने प्लांटेशन को अपना प्रोफेशन बनाया है. इसे संचालित करने के लिए उन्होंने Give Me Trees Trust की स्थापना की है. इस ट्रस्ट के तहत अब तक देश के 18 राज्यों के 205 जिलों में 2 करोड़ 30 लाख पेड़ लगाए जा चुके हैं. उनके इस अभियान को सपोर्ट करने के लिए 17000 से ज्यादा स्वयंसेवकों की टीम निरंतर देश के अलग अलग हिस्सों में कार्य करती है.
अकेले दिल्ली एनसीआर में लगा चुके हैं 13 लाख पेड़
पीपल बाबा की टीम अकेले दिल्ली एनसीआर में ही 13 लाख से ज्यादा पेड़ लगा चुकी है. इन्होंने ने ही नोएडा सेक्टर 115 में नोएडा अथारिटी के द्वारा दिए गए 10 एकड़ जमीन में 68000 पेड़ों का जंगल तैयार किया है, जिसे हरित उपवन नाम दिया गया है. कभी वीरान पड़ी इस जमीन में तैयार हुए हरे भरे जंगल में आज 66 प्रकार के पक्षियों और 34 प्रकार के जंतुओं का बसेरा है.
इसके आलावा पीपल बाबा जौनापुर स्थित बाबा नीम करौली मंदिर के आसपास अरावली रेंज में एक बड़ी हरित पट्टी विकसित कर रहे हैं. पिछले दिनों गुरुग्राम में ये दुनियां की सबसे बड़ी पीपल व बरगद पेड़ों की नर्सरी विकसित करने के लिए चर्चे में रहे थे.
पीपल बाबा ग्रेटर नॉएडा में 2 लाख पेड़, मेरठ में नीम अभियान के अन्तर्गत 5 लाख पेड़, लखनऊ में 3 लाख पेड़ों को हरित क्षेत्र “अटल उदय उपवन” के नाम से विकसित कर रहे हैं. वर्तमान समय में पीपल बाबा की टीम पूरे देश में हरियाली क्रांति अभियान के अंतर्गत गावों को गोद लेकर हरियाली के विकास के लिए भी कार्य कर रही है.
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