वचन निभाने के लिए छोड़ी नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी, भावुक हुए पूर्व मंत्री, बोले-पहली बार देखा ऐसा
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वचन निभाने के लिए छोड़ी नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी, भावुक हुए पूर्व मंत्री, बोले-पहली बार देखा ऐसा

mp news-मध्यप्रदेश के सागर से रोचक राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है, जहां पूर्व मंत्री को दिए गए वचन के चलते बीजेपी नेता ने नगर पालिका अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. इस वचन को निभाते देख नेता जी की आंखे भर गई. 

 

वचन निभाने के लिए छोड़ी नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी, भावुक हुए पूर्व मंत्री, बोले-पहली बार देखा ऐसा

madhya pradesh news-राजनीति में समझौते सांमजस्य के कई किस्से सामने आते है. कई सरकारें समझौतों से चलती है तो कई बार ये समझौते ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाते, लेकिन सागर में एक अनोखा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला. जहां प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री और कद्दावर नेता के सामने दो साल पहले दिए गए वचन को निभाया गया. गढ़ाकोटा में नगर पालिका अध्यक्ष का बदलावु हुआ है. गोपाल भार्गव के समर्थक ने तय तारीख को नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी को खाली कर दिया. 

अपने समर्थन को वचन निभाते देख नेता जी का गला रुंध गया और आंखे भर आईं. यह अनोखा घटनाक्रम चर्चा का विषय बन गया है. 

क्या है मामला 
दरअसल मामला सूबे के कद्दावर भाजपा नेता पूर्व मंत्री और मौज़ूदा समय मे भाजपा के सबसे सीनियर विधायक गोपाल भार्गव के गृहनगर गढ़ाकोटा का है. नगर पालिका अध्यक्ष के बदलाव के पीछे गोपाल भार्गव को दिया गया वचन है. दो साल पहले हुए नगरीय निकाय चुनाव में गढ़ाकोटा नगर पालिका में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला था और सारे पार्षद भाजपा के थे. ऐसे में अध्यक्ष पद के लिए दावेदार भी बहुत थे, लेकिन इनमें दो ऐसे दावेदार थे जो सशक्त थे. दोनों ही पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव के समर्थक थे. ऐसे में पेंच फंसा की गोपाल भार्गव किसा पक्ष लेंगे ,किसकी ताजपोशी होगी. दोनों में किसी एक को चुनना गोपाल भार्गव के लिए बड़ी चुनौती थी. 
 
2 साल पहले दिया था वचन
गौरतलब है कि गोपाल भार्गव के प्रति उनके समर्थकों में समर्पण देखने को मिला. दो दावेदारों दीप दिनेश लहरिया और संगीता मनोज तिवारी के बीच बातचीत हुई, और मामला 2-2 साल अध्यक्ष पद पर बने रहने पर समझौता हो गया. पहले दो साल दीप दिनेश लहरिया ने लिए, भार्गव के सामने प्रस्ताव रखा गया और पूर्व मंत्री की मुश्किल आसान हो गई. खास बात यह रही की यह समझौता लिखित में नहीं बल्कि अपने नेता के सामने वचन देकर हुआ. अपने नेता के सामने वचन देकर दोनो पक्ष एकराय हुए और दीप दिनेश लहरिया ने अध्य्क्ष पद सम्भाल लिया. 

वादा पूरा कर दिया इस्तीफा
दो साल बाद जो तारीख दो सालों की अवधि पूरी कर रही थी, ठीक उसी तारीख को लहरिया ने नगर पालिका अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. लोगो को आश्चर्य हुआ कि एक दिन भी आगे पीछे नहीं हुआ और दिनेश लहरिया ने अपना वचन निभाया. तमाम प्रशानिक प्रक्रियाओं  के बाद अब गढ़ाकोटा नगर पालिका अध्यक्ष पद पर संगीता मनोज तिवारी की ताजपोशी हो गई. नई अध्य्क्ष को पदभार दिलाने खुद विधायक गोपाल भार्गव नगर पालिका पहुंचे तो भावुक हो गए. 

भावुक हुए गोपाल भार्गव
नगर पालिका में उनके सामने दिए वचन को निभाया गया तो वो खुद को रोक नहीं पाए. भार्गव ने भावुक होते हुए कहा कि ऐसा वो पहली बार देख रहे हैं जब वचन इस तरह निभाया गया है, भार्गव के मुताबिक ये घटनाक्रम देश भर में नजीर बनेगा. वहीं नए अध्यक्ष के प्रतिनिधि मनोज तिवारी के मुताबिक नगर परिषद के काम को सब मिलकर और गति देंगे.

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