M.Phil हैं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण तो पोस्ट ग्रेजुएट हैं ममता बनर्जी, जानें कितना पढ़ीं हैं ये महिला नेता
भारतीय राजनीति में पूर्व के समय से महिला नेताओं का दखल रहा है. समय के साथ महिला नेताओं की राजनीति में पकड़ भी मजबूत होती गई.
नई दिल्ली. भारतीय राजनीति में पूर्व के समय से महिला नेताओं का दखल रहा है. समय के साथ महिला नेताओं की राजनीति में पकड़ भी मजबूत होती गई. आज लगभग हर राजनीतिक पार्टी में महिला नेताओं की भूमिका है. ऐसे में आइए जानते हैं प्रसिद्ध महिला नेताओं ने कितने तक की पढ़ाई की हैं...
मेनका गांधी
पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुल्तानपुर की सांसद मेनका गांधी कभी राजनीति में नहीं आना चाहती थीं, लेकिन परिस्थितियों ने उन्हें राजनीति का हिस्सा बनने के लिए मजबूर कर दिया.1982 में अपने पति संजय गांधी की मृत्यु के बाद राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा आयोजित रैलियों में भाग लेने और राजीव गांधी के लिए तैयार की गई सत्ता हासिल करने की कोशिश करने के लिए उन्हें अपनी सास, भारतीय प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी द्वारा घर से बाहर कर दिया गया था. फिर भी, बाधाओं के बावजूद वे खुद के लिए एक मार्ग प्रशस्त करने में दृढ़ रहीं. मेनका ने अपने बेटे फिरोज वरुण गांधी के साथ गांधी परिवार की वंशवादी विचारधारा को छोड़ने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा. 1989 में वे जनता दल में शामिल हो गईं और जनता पार्टी के महासचिव के रूप में 131,224 मतों के अंतर से पीलीभीत से संसद में अपनी जीत का सफल अभियान चलाया. अगर पढ़ाई की बात करें, तो वह दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम लेडी कॉलेज से ग्रेजुएट हैं. वहीं, उन्होंने जेएनयू, नई दिल्ली से जर्मन भाषा की पढ़ाई की हैं. इसके अलावा कई ब्यूटी प्रतियोगिताओं में भी भाग ले चुकी हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहती हैं. उनका जन्म 18 अगस्त 1959 में मदुरई एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उनके पिता नारायण सीतारमण रेलवे में नौकरी करते थे. निर्मला सीतारमण की पढ़ाई की बात करें, तो वह तिरुचिरापल्ली के सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज से अर्थशास्त्र से अध्ययन किया है. इसके अलावा उन्होंने जवाहरलाल नेहरू (JNU), यूनिवर्सिटी से एम.फिल किया है. वह जेएनयू की पहली छात्र हैं, जो वित्त मंत्री बनी हैं.
ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने जोगमाया देवी कॉलेज, दक्षिणी कोलकाता से इतिहास विषय के साथ स्नातक की पढ़ाई की. इसके बाद कोलकाता यूनिवर्सिटी से ही ममता बनर्जी ने इस्लामिक इतिहास में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की. वहीं, ममता बनर्जी ने श्री शिक्षायतन कॉलेज से शिक्षा ली और जोगेश चंद्र चौधरी कॉलेज से वकालत की डिग्री हासिल की. कॉलेज के दिनों में ही ममता बनर्जी ने कांग्रेस की सदस्यता प्राप्त कर राजनीति में प्रदार्पण कर दिया था.
स्मृति इरानी
स्मृति इरानी महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं. राजनीति में आने से पहले वह मॉडलिंग की दुनिया में सक्रिय थी. दिल्ली स्थित, चाइल्ड ऑक्सिलियम से इरानी ने स्कूलिंग की. इसके बाद उन्होंने दिल्ली विवि में SOL (स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग) के तहत बी.कॉम में एडमिशन लिया, लेकिन पढ़ाई बीच में छोड़ दिया.
प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी वाड्रा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी हैं. लगभग हर चुनावों में कांग्रेस की स्टार प्रचारक के रूप में दिखाई देती हैं. गांधी परिवार की परम्परा को आगे बढ़ाते हुए वो अब राजनीति में पूरी तरह आ गईं हैं. प्रियंका गांधी की पढ़ाई की बात करें तो, उन्होंने अपनी स्कूलिंग दिल्ली के मॉर्डन स्कूल से की है. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के जीसस एंड मैरी कॉलेज से साइकोलॉजी में ग्रैजुएशन किया है. इसके अलावा उन्होंने बुद्धिस्ट स्टडीज में एमए भी किया है.
मायावती
बसपा प्रमुख और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने दिल्ली के कालिंदी कॉलेज से ग्रेजुएशन, गाजियाबाद स्थित एक कॉलेज से बीएड और दिल्ली विवि से एलएलबी की डिग्री ली हैं
डिंपल यादव
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बहू डिंपल की शुरुआती पढ़ाई लखनऊ के आर्मी स्कूल में हुई. उन्होंने यहां से 1993 में हाई स्कूल की पढ़ाई की . इसके बाद 1995 में डिंपल यादव ने आर्मी स्कूल से ही 12वीं की पढ़ाई पूरी की. 2019 में दिए हलफनामें के अनुसार डिंपल यादव ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है. उन्होंने 1998 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से बीकॉम की डिग्री ली हैं.
अनुप्रिया पटेल
अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल ने राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई है. इनके प्रभाव के चलते ही बीते दिनों भाजपा सरकार ने इन्हें केंद्र में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री बनाया है. आगामी विधानसभा चुनाव में अनुप्रिया पटेल भाजपा के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती हैं. अनुप्रिया पटेल स्व. नेता सोनेलाल पटेल की बेटी हैं और यह अपने पिता की विरासत संभाल रही हैं. एजुकेशन की बात करें तो कानपुर के सीएसजेएम विश्वविद्यालय से एमबीए किया है.
महबूबा मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती ने 1996 में विधानसभा चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा था. 2004 में अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र से संसद के निचले सदन के लिए चुने जाने से पहले वह लगातार दो बार कश्मीर के विधायक रह चुकी थीं. 2014 में फिर से वो सांसद बनीं. इसके बाद 2016 में पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद वो जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं. हालांकि दो साल बाद भाजपा ने उनसे समर्थन वापस ले लिया, जिसके चलते 2018 में उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. पढ़ाई की बात करें, तो महबूबा मुफ्ती ग्रेजुएट हैं.
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