UPSC 2022 Topper: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने 23 मई 2023 को सिविल सेवा परीक्षा 2022 के नतीजों का ऐलान किया. यूपीएससी सीएसई 2022 में ऑल इंडिया 10वां स्थान बिहार के राहुल श्रीवास्तव ने हासिल किया. राहुल का नाम संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा के टॉप 10 की लिस्ट में देख तो पटना के चितकोहरा में यह खबर जंगल में आग की तरह खबर फैल गई, क्योंकि राहुल यहीं के रहने वाले हैं. चितकोहरा में राहुल जिस अपार्टमेंट में रहते हैं, वहां उनके पड़ोसियों ने उनकी कई खूबियां गिनाईं.


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राहुल ने बनाई यूपीएससी सीएसई 2022 टॉप 10 में जगह
राहुल ने 10वीं कक्षा तक पटना में सेंट करेंस स्कूल से पढ़ाई की और डीएवी बोर्ड कॉलोनी से 12वीं की परीक्षा पास की थी. इसके बाद राहुल ने एनआईटी त्रिची से इंस्ट्रुमेंटेशन की पढ़ाई की. इस समय राहुल श्रीवास्तव हैदराबाद में हैं. उनके पिता केनरा बैंक के सीनियर मैनेजर पद से रिटायर हुए हैं. वह मूल रूप से मुजफ्फरपुर के दामूचक के रहने वाले हैं, लेकिन पूरा परिवार चितकोहरा में रहता है


राहुल का घर का नाम हनी है. पड़ोसी भी उन्हें इसी नाम से बुलाते हैं. राहुल के पड़ोसियों ने बताया, "हनी पढ़ने में शुरू से अच्छा था. उसके बारे में सुनकर बहुत खुशी हुई.  बता दें कि राहुल बहुत ही शांत स्वाभाव के हैं और पढ़ने के प्रति जुनूनी होने के बावजूद क्रिकेट खेलने के लिए समय निकालते थे.


मेहनत करने का जज्बा ही बिहारियों को बाकी से अलग करता है: राहुल
बकौल राहुल, "बिहार की मिट्टी में मेहनत और जज्बा है. जरूरी नहीं कि बहुत बड़े स्कूल या संस्थान से ही आपका आधार तय होता है. अगर आपका लक्ष्य स्पष्ट हो तो आप उसे हासिल कर ही लेते हैं. लक्ष्य के प्रति समर्पण सबसे ज्यादा जरूरी है और इसके लिए शुरू से मेहनत करनी होती है. " 


परिवार वाले साथ हो तो लक्ष्य हासिल करना है आसान: राहुल
उनका कहना है कि आपको पढ़ाई का माहौल अपने घर और परिवार से ही मिलता है. अगर आपके पेरेंट्स पढ़ाई के लिए शुरुआती आधार तैयार कर दें तो बहुत हद तक आप अपना लक्ष्य भी समय पर तय कर सकेंगे. 


पड़ोसियों ने गिनाईं खूबियां
पड़ोसियों के मुताबिक राहुल को लाइफ बैलेंस करना जरूरी लगता है. उनके एक पड़ोसी ने बताया कि राहुल को क्रिकेट में बहुत ज्यादा दिलचस्पी है. वह लेफ्टी बॉलर है और बहुत बढ़िया क्रिकेट खेलते हैं. राहुल श्रीवास्तव के पटना स्थित आवास के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि हमलोग काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. राहुल बहुत अच्छा और विनम्र लड़का है और उसमें आत्मविश्वास कूट-कूट कर भरा है. 


राहुल की उपलब्धि से पड़ोसी भी हुए गौरवान्वित
पड़ोसियों ने राहुल की खूबियां गिनाते हुए कहा कि जब भी स्कूल में कोई कॉम्पिटिशन होता तो वह अपनी मां को समझाते हुए कहता था कि मां बैग लेकर चलो, क्योंकि कम से कम आधे दर्जन ट्रॉफी तो आनी ही हैं, उन सब को हाथ में कैसे लाओगी और यही वजह है आज वह इस मुकाम तक पहुंच पाया है. उसकी इस उपलब्धि से हम सभी बहुत गौरवान्वित महसूस हो रहे हैं.