EXCLUSIVE: घरवालों के सपोर्ट और कड़ी मेहनत ने बनाया पूनम दुबे को STAR, देखें तस्वीरें
Zee News Digital से हुई पूनम दुबे की खास बातचीत में उन्होंने बताया कि भोजपुरी फिल्मों से उन्हें अच्छी खासी पहचान मिली है.
नई दिल्ली: भोजपुरी फिल्मों की मशहूर अदाकारा पूनम दुबे आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं. रवि किशन, दीनेशलाल यादव 'निरहुआ', पवन सिंह, खेसालीलाल यादव, यश मिश्रा और रितेश पांडे जैसे तमाम भोजपुरी के दिग्गज अभिनेताओं के साथ पूनम दुबे फिल्में कर चुकी हैं. उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद की रहने वालीं पूनम दुबे आज जिस मुकाम पर हैं, उसे पाने के लिए पूनम को कड़ी मेहनत करनी पड़ी. पूनम की मेहनत और काम के प्रति लगन ने उन्हें वह प्रसिद्धि प्रदान की है, जो एक सक्सेसफुल पर्सन में होता है. Zee News Digital से हुई पूनम दुबे की खास बातचीत में उन्होंने बताया कि भोजपुरी फिल्मों से उन्हें अच्छी खासी पहचान मिली है और इसी के कारण आज वह एक सफल अभिनेत्री के रूप में देखी जाती हैं.
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आप शायद ही यह बात जानते होंगे कि पूनम ने कभी भी नहीं सोचा था कि वह कभी एक्ट्रेस के रूप में अपना करियर बनाएंगी. पूनम बचपन से ही एक एयर होस्टेस बनना चाह रही थीं. इसके लिए उन्होंने 12 की पढ़ाई करने के बाद 6 महीने के कोर्स में भी दाखिला लिया, लेकिन उनकी किस्मत को कुछ और ही मंजूर थी. पूनम बताती हैं कि इसी दौरान उनकी मां की तबीयत थोड़ी खराब हो गई. मां की तबीयत ठीक होने के बाद पूनम वापस अपना कोर्स करने के लिए जाने लगीं, तभी उनकी मां ने पूनम से कहा कि आप टीचर, पुलिस या कुछ की भी तैयारी कर लो, लेकिन एयर होस्टेस नहीं. मां के मना करने के बाद पूनम थोड़ी उदास हुईं, यहां तक कि उन्होंने एक दिन घर पर भूख हड़ताल भी कर डाला.
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इसी दौरान मिस इलाहाबाद का फॉर्म भरा जा रहा था. इस बात की जानकारी उनके मामा जी ने उन्हें दी. फिर घरवालों के कहने पर पूनम मिस इलाहाबाद का फॉर्म भरा और लकली वह इसमें सिलेक्ट हो गईं. आखिरकार पूनम ने मिस इलाहाबाद का ताज अपने नाम किया. यही नहीं पूनम ने मिस यूपी की टॉप 5 नंबर को भी हासिल किया था. इसके बाद पूनम ने अपनी पढ़ाई पूरी की. उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया, लेकिन पढ़ाई के दौरान पूनम को वहां के लोकल टीवी चैनल के लिए कई कमर्शियल एडवर्टाइजमेंट में काम करने का भी मौका मिलता रहा.
पूनम ने 2013 में अपना ग्रेजुएशन कंप्लीट किया और उसके बाद वह मुंबई शिफ्ट हो गईं. मुंबई में पूनम किसी सीरियल का ऑडिशन देने गई थीं, तभी उनकी मुलाकात एक भोजपुरी फिल्म के डायरेक्टर से हुई और उन्होंने पूनम को एक भोजपुरी फिल्म का ऑफर दे डाला. बस यहीं से पूनम की फिल्मी करियर की शुरुआत हुई. शुरुआती दौर में पूनम को भोजपुरी फिल्मों में आइटम सॉन्ग के लिए बहुत ऑफर मिलने लगे, लेकिन इस बीच पूनम को लगा इन सबके बीच इनका हिंदी बेल्ट पीछे छूटता जा रहा है, क्योंकि वह उस वक्त खुद को एक मॉडल के रूप में देख रही थीं. तो फिर उन्होंने भोजपुरी से कुछ महीनों के लिए ब्रेक ले लिया.
बाद में पूनम को भोजपुरी का प्यार अपनी ओर खींच लिया और पूनम फिर से भोजपुरी फिल्मों से जुड़ गईं. पूनम बताती हैं कि भोजपुरी ने उन्हें जो पहचान और सम्मान उन्हें दिया है, उसके लिए वह पूरी भोजपूरी फिल्म इंडस्ट्री का आभार प्रकट करती हैं. आज पूनम भोजपुरी की एक मशहूर अदाकारा के रूप में जानी जाती हैं. उन्होंने 'जो जीता वही सिकंदर', 'हमार फर्ज', 'बाबा रंगीला', 'हम हैं जोड़ी नंबर वन', 'रंगदारी टैक्स', 'चना जोर गरम' सहित लगभग 35 भोजपुरी फिल्मों में काम किया है. वहीं पूनम को इस साल कई भोजपुरी फिल्मों में भी हमें देखने का मौका मिलने वाला है. पूनम बताती हैं कि इस साल वह 'गिरफ्तार', 'मुन्ना मवाली' और 'सुहागरात' सहित कई भोजपुरी फिल्मों में नजर आने वाली हैं.
अपनी पुरानी यादों को ताजा करते हुए पूनम बताती हैं कि उन्होंने पहला फिल्म 'हम आपके हैं कौन' देखा था. जब यह फिल्म पूनम ने अपने परिवारवालों के साथ देखा था, तो वह बहुत छोटी थीं और यह फिल्म पूनम को इतनी पसंद आई थी कि वह घर पर पूरे एक्टिंग और डांस किया करती थीं. पूनम बताती हैं कि माधुरी दीक्षित उनकी ऑल टाइम फैवरेट एक्ट्रेस हैं. पूनम बचपन से ही माधुरी को फॉलो करने लगीं. उनकी डांस से लेकर एक्टिंग तक को पूनम बड़े ध्यान से देखा करती थीं. इसके अलावा पूनम बॉलीवुड एक्टर सलमान खान, इरफान खान और नवाजुद्दीन सिद्दीकी की बड़ी फैन हैं. उन्होंने इरफान खान की तबीयत जल्द से जल्द ठीक होने की भी कामना कीं.
वहीं भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलताओं पर पूछे गए एक सवाल पर पूनम ने दुख जाहिर करते हुए कहा कि यह एक ट्रेंड बन चुका है. लोगों को यही पसंद आती है, लेकिन यह गलत है. इसलिए जरूरी है कि लोग भोजपुरी फिल्मों के प्रति अपना सोच बदलें. ऐसा नहीं है कि भोजपुरी में अच्छी फिल्में नहीं बनती... ऐसी बहुत सारी फिल्में हैं जिसमें कोई अश्लीलताएं या डबल मीनिंग बातें नहीं हैं, लेकिन ऐसी फिल्में चली ही नहीं. पूनम ने बताया कि इसके बावजूद भोजपुरी में एक नया क्रांति आ चुका है, अब अच्छी फिल्में भी बनने लगी हैं. बस जरूरत है तो भोजपुरी फिल्मों को बढ़ावा देने की.