2018 In Hindi: पिछले हफ्ते केरल में धूम मचाने वाली मलयालम फिल्म 2018 को हिंदी में डब करके रिलीज किया जा रहा है. फिल्म शुक्रवार 12 मई को हिंदी में रिलीज होगी. केरल में यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर रही है. वहां इसे मिल रहे जबर्दस्त रेस्पॉन्स के बाद निर्माता वेणु कुन्नापल्ली और निर्देशक जूड एंथनी ने 2018 का मुंबई में एक विशेष शो मीडिया के लिए रखा. इसके बाद फिल्म को हिंदी में डब करके रिलीज करने की घोषणा की. असल में बीते ढाई साल में तेलुगु के साथ तमिल, कन्नड़ और मलयालम के सिनेमा ने भी हिंदी दर्शकों में बड़ी पहचान बनाई है. बाहुबली से लेकर पुष्पा, आरआरआर, केजीएफ, कार्तिकेय 3, रॉकेट्री और कांतारा जैसी फिल्मों ने हिंदी पट्टी में इतिहास रचा है.


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पैन-इंडिया नजर
हिंदी में साउथ का कंटेंट सिनेमा भी ओटीटी पर खूब देखा जा रहा है. ओटीटी पर दर्जनों फिल्मों को हिंदी के डब वर्जन में खूब देखा गया. मलयालम फिल्म मिन्नल मुरली की दो साल पहले की हिंदी दर्शकों तथा मीडिया में खूब चर्चा हुई. इसी बात से 2018 के मेकर्स भी उत्साहित हैं. असल में 2018 की कहानी भी, साउथ से आकर हिट हुई फिल्मों की तरह ही अलग है. यह फिल्म 2018 में केरल में आए भीषण तूफान तथा बाढ़ आधारित है, जिससे कई लोग हताहत हुए और केरल का एक अच्छा हिस्सा पानी में डूब गया था. असल में हिंदी फिल्मों के दर्शकों की रुचि बदल रही है और ऐसे में साउथ की फिल्में पैन-इंडिया बनने की राह ढूंढ रही हैं.


बजट कम, जुनून ज्यादा
फिल्म के हीरो टोविनो थॉमस ने कहा है कि अपनी फिल्म को राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में लाना किसी के लिए भी बेहद कठिन है. उस पर हम लोगों ने बहुत सीमित बजट में काम किया है. वास्तव में यह काम पैसों से नहीं बल्कि जुनून से हुआ है. दो साल पहले मलयालयम के साथ हिंदी में भी खूब सराही गई फिल्म मिन्नल मुरली से चर्चा में आए टोविनो थॉमस ने 2018 में लीड रोल निभाया है. उनके साथ आसिफ अली, कुंचाको बोबन, नारायण राम और विनीत श्रीनिवासन भी अहम भूमिकाओं में हैं. 2018 केरल में मलयालम की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में शामिल हो गई है. इसका ट्रेलर केरल में एक चक्रवात के बारे में पूर्वानुमान विभाग की चेतावनी के साथ शुरू होता है. फिर कुछ ही मिनटों में राज्य भारी बारिश और प्रबंधन की समस्याओं के बीच डूबता नजर आता है. इस मुश्किल समय में तमाम लोग और परिवार एक-दूसरे को थामने की कोशिश करते हैं. अधिकारी स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए संघर्ष करते नजर आते हैं. भारत सरकार ने इसे गंभीर प्रकृति की आपदा घोषित किया था.