Abhishek Bachchan Career: अभिषेक बच्चन को बॉलीवुड में दो दशक से भी ज्यादा हो चुके हैं. लोग यही मानते हैं कि उनका करियर उस ऊंचाई को नहीं छू पाया, जिसकी उम्मीद की जा रही थी. इसकी बहुत सारी वजहें हैं. कई लोग मानते हैं कि उनकी तुलना हमेशा पिता अमिताभ बच्चन से हुई और इसका नुकसान अभिषेक को हुआ. लेकिन यह बात भी सच है कि किसी भी ऐक्टर का करियर इस बार पर निर्भर करता है कि उसने कौन की फिल्में चुनीं और कौन सी छोड़ दीं. अभिषेक बच्चन ने 22 साल पहले ऐसी फिल्म बार-बार ऑफर आने के बावजूद छोड़ी थी, जो आज इतिहास में दर्ज है.


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बनना था भुवन
हाल में निर्देशक आशुतोष गोवारिकर की फिल्म लगान: वन्स अपॉन ए टाइम इन इंडिया को 22 साल पूरे हो गए. फिल्म हिंदी सिनेमा में एक मील का पत्थर है. गोवारिकर की इस फिल्म में भुवन के रूप में आमिर खान ने सभी को प्रभावित किया. चौंकाने वाली बात यह है कि आमिर खान नहीं, बल्कि अभिषेक बच्चन निर्देशक की पहली पसंद थे. मीडिया खबरों में आशुतोष ने दावा किया कि वह भुवन का किरदार निभाने के लिए अभिषेक को मनाने के लिए अक्सर उसके घर जाते थे. कोई एक दर्जन बार उन्होंने अभिषेक को यह फिल्म ऑफर की थी. जबकि जूनियर बच्चन फिल्म नहीं करने के अपने फैसले पर अड़े रहे. अभिषेक का मानना था कि वह लगान के लिए यही एक्टर नहीं हैं.


किस्मत की बात
अभिषेक का कहना था कि मैं लगान जैसी बड़े कैनवास की फिल्म के लिए बहुत कच्चा और युवा था. बेशक, मुझे पता था कि यह फिल्म बहुत बड़ी होने वाली है. लेकिन मैं इसका हिस्सा बनने के लिए तैयार नहीं था. हालांकि अभिषेक इस बात पर खुशी जताते हैं कि आमिर ने लगान में काम किया और फिल्म में उनका जादू खूब चला. बच्चन का मानना है कि हर फिल्म और ऐक्टर की अपनी किस्मत होती है. दुनिया की सबसे कामयाब फिल्मों में शामिल द गॉडफादर मार्लन ब्रैंडो से पहले अनेक अभिनेताओं को ऑफर की गई थी. लगान अंग्रेजों के जमाने की पीरियड फिल्म थी, जिसमें गांव के कुछ लोग ब्रिटिश अधिकारियों के खिलाफ क्रिकेट मैदान में उतरते हैं.  फिल्म 2001 में रिलीज हुई थी और ऑस्कर की टॉप पांच तक पहुंची थीं.