आखिर क्यों नन्ही राहा को महीनों से ईमेल लिख रही हैं आलिया भट्ट? एक्ट्रेस ने खुद बताई इसके पीछे की वजह
Alia Bhatt Writes Emails to Daughter: आलिया भट्ट अपनी बेटी से कितना प्यार करती हैं यह बात अलग-अलग मौकों पर जाहिर कर चुकी हैं. हाल ही में उन्होंने बताया कि वो अपनी लाडली बेटी को ईमेल भी लिखती हैं. आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह.
Alia Bhatt Writes Emails to Daughter: आलिया भट्ट और रणबीर कपूर के साथ-साथ फैंस उनकी लाडली बेटी राहा को भी बहुत पसंद करते हैं. 25 दिसंबर के दिन राहा को पहली बार कैमरे के सामने लाया गया था. लोग उनकी लाडली बेटी को देख दीवाने हो गए थे. बता दें कि पूरा कपूर और भट्ट खानदान भी राहा से बहुत प्यार करता है. हाल ही में दिए एक इंटरव्यू के दौरान आलिया ने बताया कि वो अपनी बेटी को लंबे समय से ईमेल लिख रही हैं. आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह.
राहा को ईमेल लिखती हैं आलिया भट्ट
एक मां और बेटी का रिश्ता बहुत खास होता है. हाल ही में आलिया भट्ट ने भी कुछ ऐसा ही बताया जिसे सुन फैंस इंप्रेस हो गए हैं. ग्लास मैगजीन को दिए इंटरव्यू में आलिया कहती हैं, "मैं अपनी बेटी को ईमेल लिखती हूं. मैंने यह उसी महीने से करना शुरू कर दिया था जब उसका जन्म हुआ था."
मेल में क्या लिखती हैं किया साझा
एक्ट्रेस कहती हैं, "मैंने एक ईमेल आईडी बनाई और उसके लिए लिखना शुरू किया." आलिया मेल में क्या लिखती हैं यह बताती हैं, "मैं आपको यह बताने वालों में से नहीं हूं कि क्या करना है. तुम्हारी मां के रूप में भी, मैं चाहती हूं कि तुम अपनी खुद एक इंसान बनो. एकमात्र चीज जो मैं आपके लिए चाहती हूं वह यह है कि आप दयालु बनें और कड़ी मेहनत करें. चाहे आप जीवन में कुछ भी करें. अपने आप पर, अपने रिश्तों पर और अपने करियर पर कड़ी मेहनत करें. दयालु रहें."
लाइफ से जुड़ी बातें करती हैं शेयर
आलिया ने बातचीत के दौरान बताया कि वो मेल में लाइफ को लेकर वो सब लिखती हैं, जो वो राहा से कहना चाहती हैं. साथ ही लोगों के साथ किस तरह का बर्ताव करना चाहिए यह भी वो इमेल में लिखती हैं.
चेहरा ना दिखाने पर कही थी एक्ट्रेस ने यह बात
आलिया भट्ट और रणबीर कपूर ने अपनी लाडली बेटी का चेहरा न दिखाने के बारे में हिंदुस्तान टाइम्स के लीडरशिप समिट के दौरान खुलकर बात की थी. एक्ट्रेस ने कहा था कि वो कभी भी राहा को चेहरा छुपाना नहीं चाहती थीं. उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है. हालांकि, इंटरनेट को देखते हुए उन्हें यह फैसला लेना पड़ा था.