Bollywood Retro: दिग्गज अभिनेता और दिलीप कुमार की पत्नी सायरा बानो अपने सोशल मीडिया पर दिवंगत अभिनेता के जीवन से जुड़े कई किस्से साझा करती रही हैं. अपने एक ऐसे ही पोस्ट में उन्होंने दिलीप कुमार और अशोक कुमार की एक तस्वीर साझा की थी. इसके साथ ही उन्होंने दोनों से जुड़ा एक मजेदार किस्सा भी शेयर किया था, जिसमें अशोक कुमार ने दिलीप कुमार से कहा था कि वह अक्सर उनकी पत्नी से फ्लर्ट करने के लिए उनके घर आते हैं. दिलीप कुमार और अशोक कुमार दोनों अभिनेताओं को पहला ब्रेक देविका रानी के निर्देशन में मिला और वे हिंदी सिनेमा के दिग्गज बन गए.


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सायरा ने अपने पोस्ट में साझा किया था कि वह देविका ही थीं, जिन्होंने दोनों अभिनेताओं का परिचय कराया और उनके पहले हाथ मिलाने से एक ऐसी दोस्ती की शुरुआत हुई, जो जीवन भर बनी रही. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे अशोक ने उन दिनों दिलीप को सहज महसूस कराया और उन्हें अभिनय की एक सलाह दी, जो शायद जीवन भर उनके साथ रही.


देविका रानी ने करवाई थी अशोक कुमार और दिलीप कुमार की मुलाकात
सायरा बानो ने लिखा, ''एक सुबह साहब अपने पिता के परिचित डॉ. मसानी के पास पहुंचे. उन्होंने उन्हें बताया कि वह नौकरी की तलाश में हैं. डॉ. मसानी ने उन्हें अपने साथ चलने का सुझाव दिया और उन्हें बॉम्बे टॉकीज स्टूडियो की बॉस श्रीमती देविका रानी से मिलाने ले गए. देविका रानीजी ने उनका स्वागत किया और वहां ले गईं, जहां शूटिंग चल रही थी.'' सायरा बानो ने आगे बताया, ''देविका उन्हें एक ऐसे आदमी के पास ले गई, जो अच्छे कपड़े पहने था और हैंडसम दिखता था. वह साहब की ओर देखकर आंखों से मुस्कुराया. उस शख्स ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया, जिससे एक ऐसी दोस्ती की शुरुआत हुई जो जिंदगी भर चलने वाली थी. वह अशोक कुमार थे, सुपरस्टार जो जल्द ही साहब के लिए "भैया" बन गए.''  



'तुम यहां आते हो और मेरी पत्नी के साथ फ्लर्ट करते हो'
सायरा बानो ने बताया कि अशोक कुमार स्टूडियो को करीब रहते थे. ऐसे में राजकपूर और दिलीप कुमार अक्सर शोभा भाभी (अशोक कुमार) के हाथ के बने  भजिये खाने पहुंच जाया करते थे. सायरा बानो ने लिखा, ''जब वे भजिया खा रहे थे तो कभी-कभी भैया आ जाते थे और मांग करते थे कि वे उनके साथ बैडमिंटन खेलें. वह उन्हें मजाक में डांटते थे- 'तुम यहां आते हो और मेरी पत्नी के साथ फ्लर्ट करते हो, अच्छे भजिये खाते हो और तुम बैडमिंटन खेलने में मेरे साथ नहीं जाना चाहते.'  बाद में जब वे एक साथ काम करते थे तो अशोक भैया के कहने पर दोपहर के भोजन के समय बिरयानी और घर का बना आइसक्रीम जैसे स्वादिष्ट भोजन के साथ दावत होती थी.''