जिंदगी में दो चीजें सबसे जरूरी होती हैं, एक आपकी किस्मत और दूसरी आपकी मेहनत... दोनों अगर साथ दे दें तो आपकी तरक्की को कोई नहीं रोक सकता. मगर एक भी चीज का साथ न मिले तो चीजें पूरी तरह से पलट जाती हैं. एक कहानी कुछ ऐसी ही है. वो शख्स जो कभी आरजे हुआ करता था. छोटे मोटे शो होस्ट करने लगा... लेकिन कभी नहीं सोचा था 100 करोड़ी फिल्म का लीड हीरो होगा. मगर मेहनत और टेलेंट से अपनी किस्मत बनाई और आज के समय में इस शख्स को कहते हैं आयुष्मान खुराना.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आयुष्मान खुराना एक रेडियो जॉकी के रूप में काम किया करते थे. पढ़ाई के बाद उनकी पहली जॉब यही थी. मगर आज के समय में बॉलीवुड में सफलता का झंडा गाड़ दिया है. बैक टू बैक सुपरहिट फिल्में देने का रिकॉर्ड भी इनके नाम दर्ज है.



करियर की शुरुआत
2012 में आयुष्मान खुराना ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत फिल्म 'विक्की डोनर' से की थी. इस फिल्म ने स्पर्म डोनेशन जैसे अनूठे विषय को इतनी शालीनता से दिखाया कि फिल्म के साथ-साथ आयुष्मन को भी खूब सुर्खियां मिली.



गाने में भी माहिर
आयुष्मान की एक्टिंग और फिल्म में उनके गाए गाने "पानी दा रंग" ने उन्हें विशेष पहचान दिला दी. अपनी शानदार शुरुआत के लिए उन्होंने फिल्मफेयर अवार्ड्स में बेस्ट मेल डेब्यू और बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का पुरस्कार भी मिला,



एक हिट के बाद तीन दीं फ्लॉप
हालांकि, 'विक्की डोनर' के बाद उनकी कुछ फिल्में जैसे 'नौटंकी साला', 'बेवकूफियां', और 'हवाईजादा' बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही. लेकिन आयुष्मान ने 'दम लगा के हईशा', 'बरेली की बर्फी', 'बधाई हो', 'ड्रीम गर्ल', 'बाला', और 'शुभ मंगल ज्यादा सावधान' जैसी फिल्मों में अपनी बहुमुखी प्रतिभा से दर्शकों और आलोचकों की खूब तालियां बटोरी.


छोटे बजट की फिल्म कलेक्शन किया बड़ा
आयुष्मान के फिल्म की खासियत रही कि वह एक मैसेज देने वाली फिल्मों को तवज्जो देते हैं. भले ही फिल्में छोटी बजट की क्यों ना रही हों लेकिन आयुष्मान के अभिनय ने फिल्म के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन को खूब बढ़ाया.


शुरुआती जिंदगी
4 सितंबर 1984 को चंडीगढ़ में जन्मे आयुष्मान ने अपनी पढ़ाई वहीं से पूरी की. स्कूलिंग के बाद, उन्होंने इंग्लिश लिटरेचर में ग्रेजुएशन और मास कम्यूनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल की. ग्लैमर इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले, वे स्थानीय थिएटर में पांच साल तक काम कर चुके थे, जिससे उनके अभिनय में एक विशेष गहराई आई.


बॉलीवुड का सबसे बड़ा विलेन, जो लंबे-चौड़े एक्टर्स पर भारी पड़ जाता था... कभी थे क्लर्क, फिर बन गए खजांची



पिता थे मशहूर एस्ट्रोलॉजर 
आयुष्मान खुराना के पिता पी. खुराना एक नामी एस्ट्रोलॉजर थे. ऐसे में पिता ने पहले ही खुराना की कुंडली देख ली थी. आयुष्मान जब छोटे थे तभी उनके पिता ने बोल दिया था कि उनका बेटा बड़ा स्टार बनेगा. आयुष्मान खुराना ने अपने पिता के कहने पर ही अपने नाम में एक्स्ट्रा 'एन' और सरनेम में एक्स्ट्रा 'आर' लगाया था. वहीं उनके छोटे भाई हैं अपारशक्ति खुराना, वह भी जबरदस्त एक्टर हैं. हाल में ही एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उनके पिता ने एक नियम बनाया था कि वह छोटे हैं तो आयुष्मान को भैया ही कहेंगे और रोज सुबह पैर छूएंगे. इसलिए आज भी वह भाई के पैर छूते हैं.


Latest News in HindiBollywood NewsTech NewsAuto NewsCareer News और Rashifal पढ़ने के लिए देश की सबसे विश्वसनीय न्यूज वेबसाइट Zee News Hindi का ऐप डाउनलोड करें. सभी ताजा खबर और जानकारी से जुड़े रहें बस एक क्लिक में.


इनपुट: एजेंसी