Bhumi Pednekar: हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में बहुत सारे रहस्य हमेशा के लिए दबे रह जाते हैं. ऐसा ही एक सच सामने आया है, जिसके पीछे का रहस्य क्या कभी सामने आ पाएगाॽ निर्देशक अजय बहल (Ajay Bahl) की अर्जुन कपूर और भूमि पेडनेकर स्टारर सस्पेंस थ्रिलर द लेडी किलर बीते शुक्रवार को थिएटरों में आधी-अधूरी ही रिलीज हुआ. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि निर्माताओं ने फिल्म को आनन-फानन में रिलीज कर दिया. न तो एक्टरों ने इसे प्रमोट किया और न डायरेक्टर-प्रोड्यूसर ने. नतीजा यह कि इसे सिनेमाघरों में दर्शक नहीं मिले. सब लोग यह जानकर हैरान रह गए कि शुक्रवार, 3 नवंबर को पहले दिन फिल्म के देशभर में केवल 293 टिकट बिके. कलेक्शन हुआ मात्र 38 हजार रुपये. जबकि फिल्म का बजट बताया गया, 45 करोड़ रुपये.


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बचे रहे 30 पन्ने
कोई नहीं जानता कि आखिर निर्माताओं ने अचानक क्यों फिल्म को रिलीज किया, जबकि द लेडी किलर आधी-अधूरी थी. अब निर्देशक अजय बहल का दर्द सोशल मीडिया पर छलका है. वह इससे पहले बीए पास (2012) और सेक्शन 375 (2019) जैसी चर्चित फिल्में बना चुके हैं. लेडी किलर को समीक्षकों ने सिरे से खारिज कर दिया. इसके बाद अजय बहल ने सोशल मीडिया में अपना बयान जारी करके स्वीकार किया है कि फिल्म का ऐसा बहुत सारा हिस्सा शूट नहीं हुआ था, जो स्क्रिप्ट (Film Script) में था. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखाः हां फिल्म अधूरी है. 117 पेज की पटकथा में से 30 पेज कभी शूट नहीं किए गए थे.



शूटिंग का अनुभव
उन्होंने स्वीकार किया कि फिल्म में दृश्यों को जोड़ने वाले हिस्से गायब थे. जिनमें अर्जुन और भूमि का पूरा रोमांस, भूमि की शराब पर निर्भरता, अर्जुन की फंसने और सब कुछ खोने और शहर से भागने की इच्छा के साथ तमाम ऐसे सीन को किरदारों की मनोवैज्ञानिक स्थिति बताने वाले दृश्य गायब थे. बहल ने लिखा कि निर्देशक के रूप में द लेडी किलर की शूटिंग करना बेहद दर्दनाक था. मगर उन्होंने कहा कि उनकी मुश्किलें अर्जुन और भूमि की वजह नहीं थी. हालांकि बहल ने पूरी तरह साफ नहीं किया कि क्या वजह है, जो फिल्म के कई सीन शूट नहीं हुए और इसे अधूरा रिलीज किया गया. अनुमान है कि यह फिल्म बमुश्किल 1 लाख की कमाई कर सकेगी.