राज कपूर का गुस्सा हुआ करता था बहुत खराब, जब निर्माता अनीस बज्मी को एक गलती की मिली था ऐसी सजा
Bollywood Retro: हिंदी सिनेमा का जाना-माना नाम राज कपूर... जो अपने अभिनय के साथ-साथ अपने निर्देशन और भयंकर गुस्से के लिए जाने जाते थे. बताया जाता था कि उनके गुस्से के आगे अच्छे-अच्छे खड़े नहीं हो पाते थे. ऐसा ही कुछ फिल्म निर्माता अनीस बज्मी के साथ भी हुआ था, जब उनको एक्टर के गुस्से का सामना करना पड़ा था.
Raj Kapoor Anger issues: हिंदी सिनेमा में यूं तो कई कलाकार रहे हैं, जिन्होंने अपनी फिल्मों से लेकर अपने अंदाज से बॉलीवुड और फैंस के दिलों पर अलग छाप छोड़ी, लेकिन कुछ स्टार्स हमेशा गर्म मिजाजी के लिए जाने जाते रहते हैं. उन्हीं में से एक बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और निर्देशक राज कपूर भी है. उनके कई कई किस्से जग जाहिर हैं तो कई आज भी अनसुने हैं. आज हम आपको उनका एक ऐसा ही किस्सा बताने जा रहे हैं.
ये किस्सा तब का है जब फिल्म निर्माता अनीस बज्मी को उनके गुस्से का सामना करना पड़ा था. अनीस बज्मी को उनकी एक गलती की ऐसी सजा मिली थी, जिसने सभी को हैरान कर दिया था. दरअसल, अनीस बज्मी ने राज कपूर के सहायक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी. अनीस बज्मी ने अपने एक इंटरव्यू में भी ये बताया था कि इसमें कोई शक नहीं कि राज कपूर हिंदी सिनेमा के आइकन रहे, लेकिन वे बेहद गुस्सैल थे'.
बहुत खराब हुआ करता था राज कपूर का गुस्सा
उन्होंने बताया था कि उनका गुस्सा इतना खराब था कि क्रू उनके सामने थर-थर कांपने लगता था. अनीस बज्मी ने साल 1982 में आई सुपरहिट फिल्म ‘प्रेम रोग’ का किस्सा सुनाते हुए बताया था कि कैसे उनको राज कपूर के गुस्से का सामना करना पड़ा था और उनको सजा भी मिली थी. सिद्धार्थ कन्नन के साथ अपने एक इंटरव्यू में अनीस ने बताया था कि राज कपूर अक्सर उन पर चिल्लाया करते थे. उन्होंने बताया कि उनके क्रू मेंबर उसने इतना डरा करते थे कि वे उनके साथ 5 स्टार होटल की जगह छोटे-मोटे होटलों में रहना पसंद करते थे.
जब अनीस बज्मी को मिली थी सजा
अनीस ने एक बार किस्सा बताते हुए कहा था, 'मैं उनके साथ प्लेन में सफर करता था और 5 स्टार होटल में रुकता था, लेकिन हम क्रू के लोग उनके आस-पास रहने से बचा करते थे. हालांकि, एक बार, मुझसे कुछ गलती हो गई थी, जिसकी सजा के तौर पर मुझे बताया गया कि अब मैं उनके साथ हवाई जहाज में सफर नहीं कर पाऊंगा, बल्कि मैं बाकी क्रू मेंबर्स और सभी लाइटिंग इक्विपमेंट्स के साथ ट्रक में मुंबई से मैसूर तक का सफर करूंगा और ये सफर 1,000 किलोमीटर का था, जिसमें हमें तीन दिन लग गए’ थे.