Cannes Film Festival 2024: 'कांस फिल्म फेस्टिवल' (Cannes Film Festival) इस बार भारत के लिए खास होने वाला है. ये फेस्टिवल हर साल फ्रांस में होता है.जो इस बार 14 मई से 25 मई तक चलेगा. इस बार हर एक भारतीय की नजरें कान्स फिल्म फेस्टिवल पर टिकी हुई है. ऐसा इसलिए क्योंकि 30 साल बाद किसी भारतीय फिल्म ने कान्स फिल्म फेस्टिवल में अपनी जगह बनाई है.


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कौन सी फिल्म की हुई एंट्री?
कान्स फिल्म फेस्टिवल में जगह बनाने वाली ये फिल्म 'ऑल वी इमेजिन इज लाइट' है. इस फिल्म का निर्देशन पायल कपाड़िया ने किया है. इससे पहले साल 1994 में भारतीय फिल्म 'स्वाहम' को कान्स में मौका मिला था. इस फिल्म का निर्देशन शाजी एन करुण ने किया था. पायल के लिए ये मौका इस वजह से भी ज्यादा खास है कि क्योंकि पायल ने इससे पहले भी कान्स में अवॉर्ड जीता था. 'ए नाइट ऑफ नोइंग नथिंग' डॉक्यूमेंट्री ने साल 2021 में ओइल डी अवॉर्ड अपने नाम किया था.


 



 


क्या है 'ऑल वी इमेजिन इज लाइट' की कहानी?
कान्स में दिखाई जाने वाली भारतीय फिल्म 'ऑल वी इमेजिन इज लाइट' की कहानी एक नर्स के इर्द गिर्द घूमती है.इसमें दिखाया गया है कि इस नर्स को उसके पति से सालों बाद एक तोहफा मिलता है. प्रभा नर्स के ये गिफ्ट इसलिए भी खास है क्योंकि उसके पति से अच्छे संबंध नहीं है. ऐसे में जब उसे पति से गिफ्ट मिलता है तो वो अनकंफर्टेबल हो जाती है. इसके बाद फिल्म में दिखाया जाता है कि वो एक दिन अपनी रूममेट के साथ ट्रिप पर जाती है. जहां पर उसकी पूरी लाइफ बदल जाती है. 


क्या होता है कान्स फिल्म फेस्टिवल?
कान्स फिल्म फेस्टिवल पूरी दुनिया के सिनेमा का प्रदर्शन करता आ रहा है. यहां पर दुनिया भर की कुछ चुनिंदा फिल्मों और डॉक्यूमेंट्री को दिखाया जाता है. इस फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत 20 सितंबर, 1946 से हुई थी. इसके अलावा बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक के सेलेब्स भी शामिल होते हैं. जिनका फैशन किसी ना किसी थीम पर बेस्ड होता है. खबरों की मानें तो इस बार दीपिका इस फेस्टिवल में शामिल नहीं होंगी. जिसके पीछे की वजह उनकी प्रेग्नेंसी है. हालांकि इसे लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है.